- सेना के तीनों अंगों में महिला अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की पहल हो रही है
- सितंबर में विंग कमांडर अजंलि सिंह को रूस के भारतीय दूतावास में पहली महिला सैन्य कूटनीतिज्ञ नियुक्ति किया गया था
- वायु सेना महिलाओं को नियुक्त करने में सेना के तीनों अंगों में सबसे अग्रणी
नई दिल्ली. नई दिल्ली. लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति शर्मा विदेशी मिशन पर भारतीय सेना की पहली महिला जज एडवोकेट जनरल(जेएजी) नियुक्त की गई हैं। सेना के अधिकारियों ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी से कहा कि ज्योति सेशेल्स सरकार में सेना के कानूनी विशेषज्ञ के तौर पर रक्षा और सैन्य कानूनों के बारे में अपनी राय देंगी।
सितंबर में विंग कमांडर अजंलि सिंह को रूस के भारतीय दूतावास में पहली महिला सैन्य कूटनीतिज्ञ नियुक्ति किया गया था। सिंह को अब डिप्यूटी एयर अटैच का नया पद मिला है। इससे पहले विंग कमांडर एस धामी वायुसेना की फ्लाइट यूनिट की पहली महिला फ्लाइट कमांडर बनी थी। फ्लाइट कमांडर फ्लाइट यूनिट में दूसरा बड़ा पद होता है।
सेना के चुनिंदा क्षेत्रों में महिलाएं सेवा दे रही हैं
महिलाओं को मिलिट्री पुलिस कॉर्प्स में नियुक्त करने की भी योजना है। फिलहाल महिलाओं को सैन्य सेवाओं में कुछ चुनिंदा क्षेत्रों जैसे कि चिकित्सा, कानून, शिक्षा, संकेत और इंजीनियरिंग विभाग में नियुक्त किया जाता है।सरकारी आंकड़ों के अनुसार थल सेना में 3.80 प्रतिशत, वायुसेना में 13.09 प्रतिशत और नौसेना में 6 प्रतिशत महिलाएं सेवा दे रही है। वायु सेना महिलाओं को नियुक्त करने में सेना के तीनों अंगों में सबसे अग्रणी है।