छिन्दवाड़ा /विश्व बैंक की टीम के साथ सड़क सुरक्षा में सामुदायिक सहभागिता पर कार्यशाला संपन्न

   कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा की अध्यक्षता में आज मिनी संवाद कक्ष में सड़क सुरक्षा में सामुदायिक सहभागिता कार्ययोजना पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में पूर्व विधायक श्री दीपक सक्सेना, सांसद प्रतिनिधि श्री जे.पी.सिंह और विश्व बैंक की टीम के साथ अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री सुनील शुक्ला, नगर निगम आयुक्त श्री इच्छित गढ़पाले, सिविल सर्जन श्रीमती पी.गोगिया, डी.एस.पी. ट्रेफिक श्री सुदेश कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

       कार्यशाला में बताया गया कि छिन्दवाड़ा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 418 किलोमीटर, राज्यमार्ग की लंबाई 367 किलोमीटर, मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड (एम.डी.आर) की लंबाई 495 किलोमीटर, प्रधानमंत्री सड़कों की लंबाई 3859 किलोमीटर और अन्य सड़कों की लंबाई लगभग 500 किलोमीटर है। इन सड़कों में 3 लाख 62 हजार 166 वाहन चलते है। जिसमें रजिस्टर्ड दो पहिया वाहनों की संख्या 3 लाख 8 हजार 980 तथा रजिस्टर्ड मोटर कारों की संख्या 18 हजार 617 है और प्रतिवर्ष लगभग 43 हजार वाहन जिले में बढ़ते हैं। सड़क सुरक्षा जागरूकता के अभाव में लोगों की अकाल मृत्यु हो जाती है। सड़क सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुये बताया गया कि बीमारियों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अधिक लोगों की मृत्यु होती है। ऐसे में लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिये विश्व बैंक सड़क सुरक्षा में सामुदायिक सहभागिता कार्ययोजना के पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां कर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का कार्य करेगी। जिले में भी सड़क सुरक्षा को लेकर कई गतिविधियां की जा रही हैं, जिनमें स्कूलों में जाकर कार्यशालायें आयोजित करना, हेमलेट बैंक के साथ ब्लेक स्पॉट का चिन्हांकन कर स्टॉपेज ब्रेकर बनवाना आदि शामिल हैं। जिले में 29 ऐसे स्थल चिन्हित हैं जहां दुर्घटना की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे स्थलों की कार्य योजना तैयार कर यातायात जागरूकता, यातायात मित्र, हेलमेट रोटरी बैंक, लायसेंस निरस्तीकरण, चालन अनुज्ञप्ति शिविर आदि के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये काम किया जा रहा है। विश्व बैंक की टीम भी विश्व बैंक द्वारा निर्धारित गाईड लाईन के आधार पर जिले में कार्य कर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये शीघ्र ही काम शुरू करेगी। इस अवसर पर श्री दीपक सक्सेना ने बिना लाइसेंस के वाहनों तथा स्पीड वाहनों पर नियंत्रण रखने के साथ पार्किंग व ट्रेफिक कंट्रोल व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

       उल्लेखनीय है कि विश्व बैंक की टीम मध्यप्रदेश के धार, इंदौर और छिन्दवाड़ा में सड़क सुरक्षा को लेकर लगभग 50 करोड़ रूपये की लागत से ऐसे संसाधन विकसित करेंगी जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके। इनमें स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने, दुर्घटना स्थल से घायल को तत्काल चिकित्सा केन्द्र पहुंचाने, सड़क यात्रियों को सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक करना, हेलमेट के उपयोग को प्रोत्साहित करना, साइनेज के प्रति जागरूक करना तथा प्रशिक्षण व कार्यशालायें आयोजित कराना आदि शामिल है। विश्व बैंक की यह टीम सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिये विश्व स्तरीय मानकों को सुनिश्चित करने के साथ ही स्थानीय स्तर पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, यातायात अधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगी।