मध्य प्रदेश / प्रदेश के एक्सीलेंस स्कूलों की ग्रेडिंग: सिर्फ 3 जिले ए-प्लस, इनमें भोपाल और उज्जैन के साथ दमोह शामिल

  • बी, सी और डी ग्रेड वाले 15 जिलों के डीईओ को अपर संचालक डॉ. कामना आचार्य ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है

  • संचालनालय द्वारा प्रदेश के 41 जिलों के एक्सीलेंस स्कूलों की ग्रेडिंग लिस्ट जारी की गई है, इस लिस्ट में ए प्लस ग्रेड में सिर्फ तीन जिलों का नंबर लगा है                           

  • भोपाल स्थित सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय।

    भोपाल स्थित सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय। के लिए इमेज परिणामभोपाल। नामांकन, रिजल्ट और छात्रावास संचालन के आधार पर लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा की गई ग्रेडिंग में प्रदेश के तीन जिलों के एक्सीलेंस स्कूलों को ए-प्लस ग्रेड मिली है। इनमें भोपाल और उज्जैन के साथ संभाग का दमोह जिला भी शामिल है। हालांकि सागर सहित संभाग के अन्य जिले भी एक ग्रेड में हैं। जबकि इंदौर जबलपुर जैसे महानगरों को बी-ग्रेड मिली है।


    संचालनालय ने इन्हें अपनी ग्रेड सुधारने के निर्देश दिए हैं। बी, सी और डी ग्रेड वाले 15 जिलों के डीईओ को संचालनालय की अपर संचालक डॉ. कामना आचार्य ने लगातार यही स्थिति बने रहने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। संचालनालय द्वारा प्रदेश के 41 जिलों के एक्सीलेंस स्कूलों की ग्रेडिंग लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में ए प्लस ग्रेड में सिर्फ तीन जिलों का नंबर लगा है। जबकि ए ग्रेड में सागर सहित प्रदेश के 23 जिले हैं। प्रदेश के इंदौर, जबलपुर सहित 10 जिलों को बी ग्रेड मिला है। तीन जिले सी तथा दतिया और हरदा जिले डी ग्रेड में हैं।


    संचालनालय ने इन्हें अपनी ग्रेड सुधारने के निर्देश दिए हैं। बी, सी और डी ग्रेड वाले 15 जिलों के डीईओ को संचालनालय की अपर संचालक डॉ. कामना आचार्य ने लगातार यही स्थिति बने रहने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। संचालनालय द्वारा प्रदेश के 41 जिलों के एक्सीलेंस स्कूलों की ग्रेडिंग लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में ए प्लस ग्रेड में सिर्फ तीन जिलों का नंबर लगा है। जबकि ए ग्रेड में सागर सहित प्रदेश के 23 जिले हैं। प्रदेश के इंदौर, जबलपुर सहित 10 जिलों को बी ग्रेड मिला है। तीन जिले सी तथा दतिया और हरदा जिले डी ग्रेड में हैं।


    ग्रेडिंग में संभाग के जिलों को ऐसे मिले अंक

































































    जिलानामांकनवार्षिक रिजल्टअर्धवार्षिक रिजल्टहॉस्टल प्रबंधनइंफ्रास्ट्रक्चरप्रतिशतग्रेड
    दमोह109.49.991.1792.48ए+
    छतरपुर109.29.250789.54
    पन्ना108.58.405585.70
    सागर109.48.524.2889.41
    टीकमगढ़109.47.515680.36

    इन जिलों की अच्छी स्थिति



    1. ए-प्लस ग्रेड वाले जिले : भोपाल, दमोह, उज्जैन

    2. ए-ग्रेड वाले जिले : बालाघाट, बैतूल, भिंड, छतरपुर, छिंदवाड़ा, देवास, ग्वालियर, होशंगाबाद, कटनी, मंदसौर, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, रायसेन, पन्ना, रीवा, सागर, सीहोर, श्योपुर, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया, विदिशा

    3. इन जिलों को सुधार की जरूरत, नहीं तो अनुशासनात्मक कार्रवाई

    4. बी-ग्रेड वाले जिले : अशोकनगर, गुना, इंदौर, जबलपुर, खंडवा, रतलाम, सतना, सिवनी, शाजापुर, सीधी

    5. सी-ग्रेड वाले जिले : बुरहानपुर, राजगढ़, शिवपुरी

    6. डी-ग्रेड वाले जिले : दतिया, हरदा


    इस आधार पर हुई ग्रेडिंग



    • विभाग ने प्रदेश के 41 एक्सीलेंस स्कूलों की नामांकन, रिजल्ट, छात्रावास संचालन तथा इंफ्रास्ट्रक्चर के आधार पर ग्रेडिंग की है। हर एक क्षेत्र में अधिकतम 10 अंक तय किए गए हैं।