- फेसबुक पर पोस्ट लिखकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आईएएस अफसरों पर निकाली भड़ास
- बोले- प्रदेश के कुछ आईएएस अफसरों के मन में, कथन में और लेखन में भारी अकुलाहट है
भोपाल. राजगढ़ के ब्यावरा में कलेक्टर और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। शुक्रवार को शाम कलेक्टर निधि निवेदिता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता बद्रीलाल यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, अब इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली है। गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर लंबी पोस्ट लिखकर आईएएस अधिकारियों पर तंज करते हुए कहा कि वह खुद को देवपुरुष और नेताओं को डाकू समझते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने लिखा कि मैंने अपने 40 वर्षं के राजनीतिक जीवन में देखा है कि सरकार किसी की भी रही हो यही अधिकारी मुख्यमंत्री और रसूखदार मंत्रियों के यहां उनके दरवाजे और दरबार में मनचाही पदस्थापना पाने के लिए दरबारी बनकर बैठे रहते हैं। यही 'देवपुरुष' जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर अप्सराओं के साथ मधुपान करते हैं और फिर ट्रैप में फंसते हैं। तब जाकर एक वीडियो के बदले एक करोड़ रुपए तक देते हैं। ऐसे लगभग 8 देवपुरुषों के वीडियो मेरे एक परिचित के पास हैं।
गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर लिखा है, "ब्यावरा राजगढ़ की घटना को लेकर आजकल प्रदेश के कुछ आईएएस अफसरों के मन में, कथन में और लेखन में भारी अकुलाहट है। पिछड़ा वर्ग के एक पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव द्वारा कहे गए कथन या भाषण से 'एलीट वर्ग' घायल है। इस वर्ग को देवताओं ने भारतवर्ष की जनता के लिए विशेष प्रसाद के रूप में दिया है, इसलिए वह ऐसे कवच कुंडल धारण किए हैं, जिन पर डॉक्टर भीमराव आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान और आईपीसी, सीआरपीसी के विधानों का कोई असर नहीं होता।"
कमलनाथ की शान में चालीसा लिखें, मैं अभिनंदन करूंगा
गोपाल भार्गव ने लिखा, "हे देवपुरुषों आपके पास तो गोली चलवाने, लाठी चलवाने से लेकर असीमित अधिकार हैं, सीआरपीसी आपकी दास है। परंतु जिस जनता के पास सिर्फ लोकतांत्रिक तरीके से सभा करके और जुलूस निकालकर अपनी बात कहने का अधिकार है, उस जनता के इन्हीं थोड़े से अधिकारों से आपको घोर आपत्ति और नफरत क्यों है? मेरी आप सभी देवपुरुषों को एक सलाह है कि सीएम कमलनाथ की शान में एक चालीसा लिखें। जिस देवपुरुष का चालीसा प्रदेश के बुद्धिजीवियों और साहित्यकारों को पसंद आएगा, मैं उस देवपुरुष का नागरिक अभिनंदन करूंगा।"परोक्ष रूप से राजगढ़ कलेक्टर पर तंज
नेता प्रतिपक्ष ने लिखा कि " उनकी नजर में सभी राजनीतिक व्यक्ति डाकू हैं और वह स्वयं में 'देवपुरुष' हैं। रेत खदानों, शराब दुकानों, परिवहन नाकों के जरियों इसी वर्ग के दंपत्ति के पास अरबों रुपयों की संपत्ति बरामद हुई थी। जिस अधिकारी के पास गोली चलवाने, टियर गैस छुड़वाने, वाटर कैनन चलवाने, लाठीचार्ज करवाने का अधिकार हो, भारत की सीआरपीसी जिसकी दास हो, वह अधिकारी भीड़ में घुसकर थप्पड़बाजी करे। 61 साल के बुजुर्ग एएसआई और अपने अधीनस्थ छोटे से पटवारी को तमाचे लगाए या किसी पूर्व विधायक का सिर फोड़े यह कहां तक उचित है।8 देवपुरुषों का वीडियो मेरे परिचित के पास
उन्होंने लिखा कि लगभग 8 देवपुरुषों के वीडियो मेरे एक परिचित के पास हैं। मैं चाहता तो सब खुलासा करता लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि यह गंदगी फैले और मेरा मध्यप्रदेश पूरे देश और दुनिया में कुकर्मी प्रदेश के रूप में जाना जाए। ब्यावरा की घटना एवं 'देवपुरुषों' के अवांछित वक्तव्यों से अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है। मैं यह भी नहीं चाहता था कि ईडी, आईडी और सीबीआई जैसी संस्थाएं राज्य में आकर कार्यवाही करें और मेरे ही राज्य की फजीहत हो, लेकिन जो 'देवपुत्र' गटकने की अति कर रहे हैं, विशेषकर उन देवपुत्रों के बारे में जिनको अंग्रेजी भाषा में 'घुटना टेक' होने का हुक्म दिया जाता है तो, वह रेंगने लगते हैं।शिवराज ने भी साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि थप्पड़ मारने वाले क्या कानून के ऊपर हैं? यह थप्पड़ लोगों के चेहरे पर नहीं, बल्कि लोकतंत्र के चेहरे पर मारा गया है। बद्री यादव जी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन थप्पड़ मारने वाले के खिलाफ कुछ नहीं हुआ। थप्पड़, केवल नागरिकता कानून के समर्थन में शामिल हुए लोगों को अधिकारी ने नहीं मारा बल्कि एसआई और पटवारी को भी मारा है। क्या थप्पड़ मारने वाले लोग इतने बड़े हैं कि उनके खिलाफ कभी कुछ नहीं होगा?
मप्र / राजगढ़ मामले पर भाजपा नेता गोपाल भार्गव का तंज; कहा- आईएएस खुद को देवपुरुष और नेताओं को डाकू समझते हैं