शहडोल / संस्कृति ही आदिवासी समाज की शक्ति -मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ

आदिवासी मुंह चलाना सीखे और अपनी आवाज उठायें - मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ, मुख्यमंत्री ने 35 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया



    प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि संस्कृति ही आदिवासी समाज की शक्ति है। उन्होंने कहा है कि आदिवासियों की संस्कृति महान है और आदिवासियों का गौरवशाली इतिहास है। आदिवासियों की इस संस्कृति को नई पीढी तक पहुंचाने के प्रयास होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आदिवासी समाज के लोग निरंतर आगे बढ रहे हैं किन्तु आदिवासियों को मुंह चलाना सीखकर अपनी आवाज उठाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी होती है आदिवासी समाज के लोगों से मिलकर। उन्होंने कहा कि माता शबरी मानवता और श्रद्धा की प्रतीक थी। हम सब मिलकर आओ उनकी जयंती के अवसर पर आदिवासी संस्कृति, सभ्यता और इतिहास को नई पीढी तक पहुंचायेंगे और उन्हें आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे।



    मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ आज डिंडौरी जिला मुख्यालय में भक्त शिरोमणि माता शबरी की जयंती समारोह एवं विशाल आदिवासी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने भक्त शिरोमणि माता शबरी की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलित और माल्यार्पण कर समारोह का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले अनेक वर्षों में डिंडौरी और मण्डला आदिवासी बाहुल्य जिलों के लिए कुछ नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि डिंडौरी और मण्डला क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता दी जायेगी। इस क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार आने से पहले किसानों के हालात ठीक नहीं थे। बेरोजगारी में प्रदेश पहले नम्बर पर था, खजाना खाली था, कई प्रकार की चुनौतियां थी, इसके बावजूद किसानों का कर्ज माफ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में आज तक लगभग 22 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया है। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश का तेजी से आर्थिक विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आगे बढेगा तो मण्डला और डिंडौरी भी आगे बढेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नई सोच के साथ आगे बढने की आवश्यकता है, कृषि क्षेत्र को और अधिक आधुनिक और सुदृढ बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का नौजवान इंटरनेट से जुडा है और उसका नजरिया भी अलग है। आज का नौजवान स्वरोजगार चाहता है। नौजवानों का भविष्य प्रदेश में उद्योग लगने से संवरेगा, मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत 14 महीने में उनकी सरकार ने अपनी नियत और नीति स्पष्ट कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी और मण्डला जिलों में विकास का नया इतिहास बनायेंगे। युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ेगे। बंद हो चुकी पुरानी अच्छी योजनाओं का प्रभावी और परिणाम मूलक क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा। इससे इस क्षेत्र में विकास का परिदृश्य बदलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिंडौरी और मण्डला जिले से उनका पुराना नाता रहा है और इस क्षेत्र से उन्हें विशेष स्नेह है। इस क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे।
       समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के आदिमजाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि आदिवासियों की ईमानदारी, सहजता और सरलता उनकी दौलत है। उन्होंने कहा कि उन्हें तब खुशी होगी जब आदिवासियों के तन में कपडे हों, पैर में चप्पलें हो और सभी आदिवासियों के घर हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने आदिवासियों के हित के लिए अपना खजाना खोल दिया है। आदिवासियों को कोई लूटे नहीं, इसके लिए प्रदेश सरकार ने कडे नियम बनाये हैं। उन्होंने कहा कि मण्डला, डिंडौरी क्षेत्र में कोदो और कुटकी की फसलें किसानों द्वारा लगाई जा रही हैं। किन्तु कोदो-कुटकी का उपार्जन नहीं होने से व्यापारी आदिवासी किसानों से मनमाने कीमत पर कोदो-कुटकी की खरीदी करते हैं, जिससे आदिवासी किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है। आदिम जाति कल्याण मंत्री ने कहा कि धान और गेंहू के फसलों के समान ही कोदो-कुटकी की फसल का भी उपार्जन किया जाए। उन्होंने कहा कि कोदो-कुटकी की फसल की ब्रांडिंग की जाए ताकि हजारों आदिवासी किसानों को इसका लाभ मिले।
         समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के वित्तमंत्री एवं डिंडौरी जिले के प्रभारी मंत्री श्री तरूण भनोत ने कहा कि आदिवासियों को बेहतरी के लिए प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को अग्रणी प्रदेश बनाना प्रदेश के मुख्यमंत्री का सपना है। प्रदेश का सर्वांगींण विकास प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि धन की कमी के बावजूद हमने राजस्व जुटाया और प्रदेश को निरंतर विकास के क्षेत्र में आगे बढाने के प्रयास कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मदद योजना, ऋण मुक्ति योजना प्रदेश सरकार की अभिनव योजना है, इससे लाखों लोगों का लाभ होगा। उन्होंने कहा कि बरगी डेम के उपरी क्षेत्र में बांध बनाकर लोगों के घरों और खेतों तक पानी पहुंचाने की योजना बनाई गई थी, जिसका क्रियान्वयन नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि लगभग 10 हजार करोड की इस योजना को पुनः प्रारंभ करने के प्रयास किये जा रहे है। इस योजना से मण्डला और डिंडौरी जिले के लोगों को सीधा लाभ होगा, लोगों के घरों और खेतों तक पानी पहुंचाया जायेगा।
            समारोह संबोधित करते हुए प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं पिछडा वर्ग कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार अपने वचन के मुताबिक आगे बढ रही है। प्रदेश सरकार एक-एक वचन निभा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भू-माफियाओं के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही कर रही है। प्रदेश में मिलावटखोरों के विरूद्ध कार्यवाही का शंखनाद हुआ है। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में महाकौशल क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हुआ था, अब हमारी सरकार महाकौशल क्षेत्र का तेजी से विकास करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासियों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ’’आपकी सरकार, आपके द्वार’’ कार्यक्रम प्रदेश सरकार का अभिनव कार्यक्रम है। इसका लाभ लोगों को मिल रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के 2 लाख तक के फसल ऋण माफ किया है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को और अधिक बेहतर और कारगार बनाया गया है। समारोह को शहपुरा विधायक श्री भूपेन्द्र मरावी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने लगभग 35 करोड 15 लाख 19 हजार रूपए के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। समारोह में विधायक डॉ. अशोक मर्सकोले, विधायक श्री फुंदेलाल मार्को, विधायक श्री सुनील सराफ, पूर्व मंत्री श्रीमति कौशल्या गोंटिया, पूर्व विधायक श्री नन्हें सिंह ठाकुर, कमिश्नर जबलपुर श्री आर.के. मिश्रा, एडीजी शहडोल श्री जी. जनार्दन, कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन, पुलिस अधीक्षक श्री एम.एल. सौलंकी, श्री वीरेन्द्र बिहारी शुक्ला, श्री मुकेश तिवारी, श्री दिनेश बर्मन, श्री माखनलाल सरैया, मो. जावेद इकवाल, श्री रमाकांत साहू, श्री राधेलाल नागवंशी, श्री भूपत कांसिया सहित बडी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।