161 साल पहले खोदा गया था पहला तेल का कुआं
19वीं शताब्दी में हुई कोयले से तेल निकालने की शुरुआत
खाड़ी देशो में दुनिया के सबसे ज्यादा खनिज तेल के कुएं
आजादी के बाद भारत के कई शहरों में तेल की खोज
कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनियाभर में कच्चे तेल की मांग में भारी गिरावट आई है। 1986 के बाद पहली बार कच्चे तेल की कीमत शून्य से भी नीचे चली गई है। अमेरिकी बेंचमार्क क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) की कीमत में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
कोरोना की वजह से तेल की सभी भंडारण सुविधाएं भी अपनी पूर्ण क्षमता पर पहुंच चुकी हैं। सोमवार को बाजार में कच्चे तेल की कीमत शून्य से नीचे 37.63 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहला तेल का कुआं कब खोदा गया, किस तरह तेल निकालने की शुरूआत हुई?
19वीं शताब्दी में हुई थी कोयले से तेल निकालने की शुरुआत
19वीं शताब्दी की शुरूआत से ही कोयले से तेल निकालने के प्रयास किए जाने लगे। हालांकि, कोयले से निकलने वाले तेल की मात्रा काफी कम होती थी। कम तेल होने की वजह से इसकी कीमत भी काफी ज्यादा होती थी।
कोयले के अलावा अन्य तरीकों तेल निकालने की खोज
कोयले के अलावा अन्य तरीकों से भी तेल निकालने की खोज होने लगी। शुरुआत में एक वकील ने कीचड़ युक्त तेल के नमूने की जांच प्रयोगशाला में कराई। जांच में पता चला कि इस तेल को शुद्ध किया जाए तो यह जलाने में कोयले से निकाले गए तेल की अपेक्षा ज्यादा उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
161 साल पहले खोदा गया था दुनिया का पहला कुआं
लंबी खोज के बाद आखिरकार उत्तरी अमेरिका के ‘एडविन एल ड्रेक’ ने खनिज तेल का पता लगा ही लिया। 1859 में एडविन ने टिटसविले पेंसिलवेनिया में विश्व का पहला तेल का कुआं खोदा। 1867 तक उत्तरी अमेरिका में खनिज तेल खोज ने दुनिया में क्रांति ला दी।
खाड़ी देशो में दुनिया के सबसे ज्यादा खनिज तेल के कुएं
अमेरिका के बाद अन्य देशों में भी खनिज तेल की खोज शुरू हो गई जिसने औद्योगिक क्रांति को जन्म दे दिया। आज अरब या खाड़ी देशो में दुनिया के सबसे ज्यादा खनिज तेल के कुएं हैं। ये देश दुनियाभर में तेल निर्यात करते हैं।
आजादी के बाद भारत के कई शहरों में हुई तेल की खोज
भारत में स्वतंत्रता मिलने तक सिर्फ असम में ही खनिज तेल निकाला जाता था। लेकिन उसके बाद गुजरात और बॉम्बे में भी खनिज तेल की खोज की गई। बता दें कि भारत में 14.1 लाख वर्ग किलो मीटर संभावित तेल क्षेत्र है। भारत का कुल खनिज तेल भंडार 1750 लाख टन बताया जाता है।