भोपाल एम्स / एजेंट से इम्प्लांट मंगाने के मामले का खुलासा होने के बाद डॉक्टरों ने मरीज से कहा- हमारा बुरा हुआ तो आपका भी होगा

  • एक मरीज के परिजन ने इम्प्लांट सीधे एजेंट से मंगाने की शिकायत ई-मेल के माध्यम से एम्स प्रशासन से की थी 

  • परिजन का आरोप है कि मामला उजागर हाेने के बाद शनिवार सुबह से काेई डाॅक्टर पापा काे देखने नहीं आए

    bhopal aiims ठ ॠ  लिठ  ठ मॠ ठ  परिणामभोपाल . सीधे एजेंट से इम्प्लांट मंगाने के मामले का खुलासा होने के बाद अब एम्स के डाॅक्टर मरीज के परिजन को धमका रहे हैं। इसकी शिकायत मरीज के परिजनाें ने एम्स डायरेक्टर डाॅ. सरमन सिंह और एम्स गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष डॉ. योगेंद्र कुमार गुप्ता से की है। ई-मेल के माध्यम से भेजी गई शिकायत में लिखा गया है कि डाॅक्टराें ने साफ कहा है कि अगर हमारा बुरा हुआ ताे आपका भी बुरा हाेगा। उक्त मामले में जिम्मेदाराें ने मामले की जांच कराने की बात कही है।



    मंडीदीप निवासी सीताराम सामरे की सर्जरी एम्स में की गई है। सीताराम के बेटे माेहित सामरे का आरोप है कि यहां डाॅक्टराें ने उनके पिता काे जाे इम्प्लांट लगाया है, वह सीधे एजेंट से ही मंगाया गया है। इसकी उन्हें जानकारी ही नहीं दी गई थी। जब एजेंट ने माेहित से करीब 34 हजार रुपए की मांग की तब उन्हें पता चला। माेहित ने इसका विराेध किया और पैसे एजेंट काे देने के बजाय एम्स के काउंटर पर या फिर डाॅक्टर काे देने की बात कही।


    'इस गठजाेड़ के पीछे कमीशन का खेल'


    माेहित का आरोप है कि डाॅक्टर और एजेंट के इस गठजाेड़ के पीछे कमीशन का खेल है। माेहित का आरोप है कि मामला उजागर हाेने के बाद शनिवार सुबह से काेई डाॅक्टर पापा काे देखने नहीं आए। दाेपहर में तीन डाॅक्टर एक साथ आए और  मम्मी काे बाहर भेजकर पापा से अकेले में बात की और एक कागज पर उनके हस्ताक्षर कराकर ले गए। माेहित ने लिखा है कि उसे डर है कि पापा और उसके साथ कुछ भी हाे सकता है।


    मामले की जांच कराएंगे: एम्स


    मामला मेरी जानकारी में आया है। अगर किसी मरीज के साथ गलत किया गया है ताे यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मामले की जांच कराई जाएगी। डाॅ. याेगेंद्र कुमार गुप्ता, अध्यक्ष, एम्स गवर्निंग बॉडी