होशंगाबाद / नर्मदा : 4 किमी में ही 45 मशीनों से रेत खनन, 1200 ट्रैक्टर-ट्रॉली से ढुलाई


  • सरकार का दावा: नर्मदा समेत नदियों के संरक्षण के लिए नदी न्यास बनाया, रेत माफिया को सख्ती से निपट रहे हैं




  • भिलाड़िया से सीहोर के नसरूल्लागंज के बीच करीब 4 किमी  में 45 से अधिक मशीनों और नाव से नर्मदा से रेत निकाल रहे हैं।


    भिलाड़िया से सीहोर के नसरूल्लागंज के बीच करीब 4 किमी में 45 से अधिक मशीनों और नाव से नर्मदा से रेत निकाल रहे हैं। के लिए इमेज नतीजेहोशंगाबाद. नदी में मशीनें नहीं चलने देने की प्रदेश सरकार की नई नीति भी नर्मदा की नियति नहीं बदल सकी। भास्कर ने सिवनी मालवा के भिलाड़िया से सीहोर के नसरूल्लागंज से जुड़े गांवों की ग्राउंड रिपोर्ट में चौंकाने वाली तस्वीर आई। करीब 4 किमी के किस्से में 45 से अधिक मशीनों और नावों से नर्मदा के भीतर रेत निकालकर ढेर किए जा रहे हैं।


    इन्हें करीब 1200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से अवैध स्टॉकों तक पहुंचा रहे हैं। ढिमावर, आमा, बड़गांव, भिलाड़िया में बुरी स्थिति है। ढिमावर से बड़गांव के बीच करीब 4 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में नर्मदा किनारे से भारी मात्रा में मशीनों से रेत निकाली जा रही है। भास्कर की टीम रेत खरीदार बन पहुंची तो 900 रु. में नाव भरकर रेत और 1600 रु. में स्टॉक तक ट्रॉली से पहुंचाते हैं। इसके बाद 200 में डंपर छूटते हैं। होशंगाबाद के भोपाल तिराहे से खनिज, होमगार्ड के कर्मचारी 200 रु. लेकर रात में डंपर-हाइवा पास कराते हैं।



    • नाव किसी की होती है और मजदूर कोई। नदी से घाट तक नाव रेत ले जाने का चार्ज 300 रु.। दो ट्रॉली रेत आती है। 600 रुपए में मजदूर तैयार रहते हैं

    • वहीं से ट्रैक्टर-ट्रॉली वाले 800-800 रुपए में दो ट्रॉली रेत तट से ऊपर शहर के अवैध स्टॉक तक पहुंचाते हैं।

    • माफिया 2500 से लेकर 5000 रुपए तक प्रति ट्रॉली में मार्केट में नर्मदा की रेत बताकर बेच रहा है।

    • मार्केट में हाइवा के जरिए 50 हजार रु. में बेचते हैं। लागत 10 हजार रु. ही आती है। कार्रवाई से बचने लंबे सफर की ईटीपी बनाते हैं।

    • यदि कार्रवाई के लिए कभी अफसर आते हैं तो सिर्फ मजदूर पकड़े जाते हैं या नाव वाले। माफिया कभी नदी तक नहीं आता।



    एसडीएम बोले- मुझे पता नहीं था
    आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है। खनिज और पुलिस काे इसकी सूचना देता हूं। वे कार्रवाई करेंगे। - केके रावत,एसडीएम नसरुल्लागंज