बालाघाट / जिले में आपसी सौहार्द एवं शालीनता से मनाई जायेगी होगी शांति समिति की बैठक में की गई चर्चा
 

कलेक्‍टर श्री दीपक आर्य के लिए इमेज नतीजे   आगामी 09 एवं 10 मार्च को होली त्‍यौहार को देखते हुये आज  04 मार्च 2020 को कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्‍टर श्री दीपक आर्य की अध्‍यक्षता में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्‍टर शिव गोविंद मरकाम, श्री राजकुमार खत्री, तहसीलदार श्री रामबाबू देवांगन, नगर निरिक्षक देवेंद्र सिंह यादव, यातायात थाना प्रभारी संजू कामडे, नगर पालिका के अधिकारी एवं शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे।
     बैठक में कलेक्‍टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि आगामी समय में जो भी त्‍योहार आने वाले है, सभी त्‍योहारों को शांतिपूर्वक, आपसी भाईचारे के साथ मनाऐं। उन्‍होने कहा कि बालाघाट जिला शांति෗प्रिय जिला है। यहां पर सदभावना के साथ सभी त्यौहार मनाये जाते हैं और सभी धर्मो का सम्मान किया जाता है। यह परंपरा कायम रहना चाहिए।
     शांति समिति की बैठक में तय किया गया कि होलिका दहन में उपयोग होने वाली लकड़ियों को दूसरे दिन बुझाने की जिम्मेदारी होलिका दहन करने वाली समिति की होगी। होलिका दहन करने वाली समिति की जिम्मेदारी होगी कि होली दो दिनों तक न जले। होलिका दहन रोड पर नहीं किया जायेगा। मुख्य सड़क पर एवं बिजली के तारों के नीचे होलिका दहन करने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जायेगा। होली के त्यौहार में प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाये और केमिकल वाले रंगो का उपयोग ना किया जाये। जहां तक हो सके गुलाल का उपयोग करे और पानी को बचाने का प्रयास करें। शांति समिति के सदस्यों ने आम जन से अपील की है कि वे होली के त्यौहार में पानी बचाने का प्रयास करें और इस तरह के रंगों का उपयोग करें कि उसे हटाने में कम से कम पानी का उपयोग हो।
     शांति समिति की बैठक में तय किया गया कि होली के दिन दोपहर में नगर पालिका द्वारा जल प्रदाय किया जायेगा। आम जनता से भी अपेक्षा की गई है कि वे होली के दिन वैनगंगा नदी के बजरंग घाट व शंकर घाट में नहाने न जायें। वैनगंगा नदी के इन स्थानों पर एकत्र पानी का उपयोग बालाघाट व वारासिवनी में पेयजल के लिए प्रदाय किया जाता है। नदी के पानी में रंग छुड़ाने के लिए लोग नहायेंगें तो नदी का पानी प्रदूषित होगा और केमिकल रंगों वाले पानी का शुद्धिकरण नहीं हो पायेगा और यही पानी नल के माध्यम से पेयजल के रूप में पहुंच जायेगा। अत: ऐसी स्थिति से बचने के लिए नदी में होली के दिन नहीं नहाने की अपील की गई है।
     बैठक में सदस्यों ने ध्यान आकर्षित कराया कि सोशल मीडिया फेसबुक एवं व्हाट्एप में समाज विरोधी तत्वों द्वारा आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट कर समाज में दुर्भावना फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे मैसेजों पर रोक लगाने की जरूरत है। इस पर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसे मैसेजे के स्क्रीन शाट लेकर तत्काल शिकायत करें। धार्मिक भावनायें भड़काने वाले एवं आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट करने वाले व्यक्तियों तक सख्ती से कार्यवाही की जायेगी। शिकायत करने वाले का नाम भी गोपनीय रखा जायेगा। जिन मोबाईल नंबर से आपत्तिजनक मैसेजे भेजे जा रहे है, उसकी सूचना पुलिस को दें। पुलिस का सायबर सेल ऐसे मामलों में त्वरित कार्यवाही करेगा।
     बैठक में पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा कि होली का आपसी सद्भावना के साथ मनाये। आवागमन में बाधा न डालें और सड़क पर हुडदंग न करें। रास्ते में बसों को न रोकें और चंदा वसूली न की जाये। ऐसे मामलों में पुलिस द्वारा सख्ती से कार्यवाही की जायेगी। कोई भी व्यक्ति कानून का उल्लंघन न करे।
     बैठक में सदस्यों ने बताया कि होली दहन के दिन शाम से बसों का संचालन बंद हो जाता है और अन्य शहरों से घर वापस होने वाले गरीब तबके के लोगों को अपने गांव जाने के लिए बस नहीं मिलती है। ऐसी स्थिति में आटो चालकों द्वारा उनसे अधिक किराया वसूल किया जाता है। ऐसी स्थिति को रोकने के लिए कदम उठाये जायें। श्रीमती फिरोजा खान ने होली त्यौहार के अवसर पर जिला अस्पताल में चिकित्सकों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने बताया कि होली के दिन देखने में आता है कि प्रसव एवं गंभीर बीमारी के मरीज के उपचार के लिए अस्पताल में चिकित्सक नहीं मिलते है। जिला चिकित्सालय में ऐसी स्थिति नहीं आने देना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि मरीजों को लेकर आने वाले वाहनों को कहीं पर भी न रोका जाये।
     इस शांति समिति बैठक में नगर के विभिन्‍न समुदाय से आये लोगो ने अपने अपने सुझाव दिये। बैठक में आयोग मित्र श्रीमती फिरोजा खान, श्री रमेश रंगलानी, श्री पप्‍पा भाई, सफी साकिर हुसैन, जुगल शर्मा, तपेश असाटी, बाफना जी, महेन्‍द्र सुराना, अभय सेठिया, अनुपसिंह बैस, महेश खजांची, बलदेव गुप्‍ता, रफी अंसारी एवं शांति समिति के अन्य सदस्‍य उपस्थित थे।