गेहू्ं के बाद अब मंडियों में चना-मसूर की सरकारी खरीद शुरू, गुरुवार से सरसों की बिक्री

बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कृषि मंत्री कमल पटेल को खत लिखा था. उन्होंने चने और सरसों की खरीद सीमा 20 क्विंटल करने की मांग की थी.



भोपाल.गेहूं खरीदी के बाद मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में अब चना, मसूर और सरसों की खरीदी शुरू हो गयी है. 1 दिन बाद यानी कल 30 अप्रैल से मंडियों में सरसों की खरीद शुरू हो जाएगी. इससे पहले प्रदेश सरकार 15 अप्रैल से समर्थन मूल्य (support price) पर गेहूं खरीदना शुरू किया था. सरकार की ओर से यह साफ किया गया है कि चना मसूर और सरसों की खरीदी भी उन्हीं नियमों और प्रक्रिया के तहत होगी जिसके तहत गेहूं खरीदा जा रहा है.

किसानों को मंडियों में आने के लिए एसएमएस के जरिए संदेश भेजा जाएगा. जिस दिन किसानों को मंडियों में आने की सूचना दी जाएगी उसी दिन उनसे उपज खरीदी जाएगी. मंडी में आने के दौरान किसानों को सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा. किसानों की थर्मल स्कैनिंग भी की जाएगी.

गेहूं खरीदी की स्थिति
प्रदेश में अभी तक किसानों से 22 लाख मीट्रिक टन गेहूं की समर्थन मूल्‍य पर खरीदी की जा चुकी है.हर रोज खरीदी का आंकड़ा 3 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच रहा है. खरीदी के एवज में 41 हजार किसानों के खातों में 258 करोड़ रुपए डाले गए. कुल 1 लाख 87 हजार किसानों के भुगतान के लिए 1360 करोड़ रुपए बैंकों को भिजवा दिए गए हैं.


सिंधिया ने कृषि मंत्री को पत्र लिखा था


बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कृषि मंत्री कमल पटेल को खत लिखा था. इसमें उन्होंने सरकार का ध्यान किसानों की एक गंभीर समस्या की ओर दिलाते हुए लिखा था कि प्रदेश में इस बार चना और सरसों की बंपर पैदावार हुई है. इन दोनों फसलों की सरकारी खरीद की सीमा अभी क़रीब 15 और 14 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. ऐसे में चने और सरसों की फसल की खरीद सीमा 20 क्विंटल की जाना चाहिए. इससे संकट से जूझ रहे किसान को राहत मिलेगी.