भोपाल/भारत को आत्मनिर्भर बनाने की केंद्र सरकार की मंशा को आगे बढ़ते हुए शिवराज सरकार 'आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश' अभियान चलाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर इसके लिए विभिन्न विभाग रोडमैप तैयार कर रहे हैं। अभियान के तहत सरकार विभिन्न स्थानीय उत्पादों को ब्रांड मध्य प्रदेश के नाम से स्थापित करने का काम करेगी।
चाहे मध्य प्रदेश के कृषि उत्पाद हों या फिर वनोपज, सबको मध्य प्रदेश ब्रांड के नाम से बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। इसी तरह सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम को भी इस अभियान से जोड़कर नई दिशा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री रहते हुए पिछले कार्यकाल में शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के विभिन्न उत्पादों को मध्य प्रदेश के ब्रांड से बाजार उपलब्ध कराने की रणनीति बनाई थी लेकिन पूरी तरह कारगर नहीं हो पाया था। कोरोना से पैदा हुई परिस्थितियों में स्थानीय उत्पादों की मांग बढ़ी है। केंद्र सरकार के लोकल के लिए वोकल होने का मंत्र देने के बाद सरकार ने इसे आगे बढ़ाने का निर्णय किया है।
सूत्रों के मुताबिक इसके तहत मुख्यमंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों को रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। विदेशों में काफी मांग दरअसल, मध्यप्रदेश में कई ऐसे उत्पाद होते हैं, जिनके देश और विदेश में काफी मांग है। इनमें जैविक उत्पादों के साथ शरबती गेहूं, बाघ प्रिंट सहित कई उत्पाद शामिल हैं। इन सभी को ब्रांड मध्य प्रदेश के तौर पर बाजार में स्थापित करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाई जाने वाली वस्तुओं के लिए बाजार की उपलब्धता बनाने के साथ ही क्लस्टर बनाकर कृषि और उद्यानिकी से जुड़े उत्पादों के लिए खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों को बढ़ावा देने पर विचार किया जा रहा है।
रोडमैप जल्द
मुख्यमंत्री की मंशा प्रदेश में कृषि के साथ रोजगार और आय के दूसरे विकल्पों को प्रोत्साहित करने की है ताकि आर्थिक गतिविधियों में तेजी आए। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जल्द ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप प्रदेशवासियों के सामने रखेंगे।