पाकिस्तान की कुल GDP के लगभग बराबर है भारत का 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज


लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए और कोरोना संकट से जूझ रहे भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। पीएम मोदी ने बताया कि यह पैकेज भारत की जीडीपी का 10 फीसदी है। 


लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि यह पैकेज हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की कुल जीडीपी के लगभग बराबर है। साल 2019 में पाकिस्तान की कुल जीडीपी 284 अरब डॉलर रही थी। जबकि आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज 266 अरब डॉलर का है। सिर्फ 18 अरब डॉलर ही कम।


इतना ही नहीं, यह पैकेज ग्रीस, न्यूजीलैंड, वियतनाम, रोमानिया और पुर्तगाल जैसी अर्थव्यवस्थाओं से भी बड़ा है।

विश्व में जीडीपी के लिहाज से भारत का यह राहत पैकेज पांचवां सबसे बड़ा पैकेज है। महामारी से उबरने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज जापान ने दिया, जो वहां की जीडीपी का 21.1 फीसदी है। 13 फीसदी के साथ अमेरिका दूसरे स्थान पर है। स्वीडन ने अपने कुल जीडीपी के 12 फीसदी के बराबर राहत पैकेज दिया है, जो तीसरे स्थान पर है। 10.7 फीसदी के साथ जर्मनी चौथे स्थान पर है। 

पीएम मोदी ने पैकेज की घोषणा के समय स्पष्ट किया कि सरकार ने जो आर्थिक घोषणाएं कीं और जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, उनको मिलाकर पैकेज 20 लाख करोड़ का होता है।  

आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी 
देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हर तबके के लिए आर्थिक पैकेज में महत्वपूर्ण एलान किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, ये पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। उन्होंने कहा, इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा। 20 लाख करोड़ का ये पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को नई गति देगा। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पूरा करने के लिए इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी सभी पर बल दिया गया है।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देंगी जानकारी


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम चार बजे इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। इसमें वह बताएंगी कि 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का इस्तेमाल किन-किन क्षेत्रों में किया जाएगा और किसे कितनी राशि मिलेगी।