जल संसाधन विभाग से सेवानिवृत्त कार्यपालन यंत्री (इंजीनियर) के घर पर ईओडब्ल्यू ने की बड़ी कार्रवाई घर से मिली सोने की सिल्लियां



  • एमपी में जल संसाधन विभाग से रिटायर्ड इंजीनियर निकला करोड़ों का मालिक

  • ईओडब्ल्यू की छापेमारी में आय से अधिक संपत्ति का खुलासा

  • घर से लाखों रुपये नगद और सोने की मिली सिल्लियां

  • बुधवार को इंजीनियर कोदू तिवारी के खोले जाएंगे लॉकर


जबलपुर
जल संसाधन विभाग में पदस्थ रहे सेवानिवृत्त कार्यपालन यंत्री (इंजीनियर) के घर पर ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई की है। छापेमारी के दौरान करोड़ों की रुपये की काली कमाई का खुलासा हुआ है। ईओडब्ल्यू ने अपनी कार्रवाई के दौरान रिटायर्ड कार्यपालन यंत्री कोदू प्रसाद तिवारी के जबलपुर और सतना के घरों पर एक साथ छापेमारी की है। बुधवार को इंजीनियर का बैंकों में स्थित लॉकर को खोला जाएगा।


छापेमारी के दौरान रिटायर्ड इंजीनियर कोदू प्रसाद तिवारी के पास से लाखों रुपए नगद सहित कई किलो सोने की सिल्लियां और जेवरात भी मिले हैं। कहा जा सकता है कि 2020 में ईओडब्ल्यू की ये सबसे बड़ी कार्रवाई है। मंगलवार को कार्रवाई के दौरान ईओडब्ल्यू ने इंजीनियर की 30 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है।



ईओडब्ल्यू एसपी नीरज सोनी ने कहा कि कोदू प्रसाद तिवारी ने नौकरी के दौरान आय से अधिक की संपत्ति बनाई है। अभी तक की जांच में तिवारी और उनके परिजनों के खाते में लाखों रुपए मिले हैं। इसके अलावा कई मकान और पेट्रोल पंप भी तिवारी के नाम मिले हैं। कोदू प्रसाद तिवारी के पास पेट्रोल पंप और प्लॉट के अलावा कई चार पहिया वाहन, ट्रैक्टर, पेट्रोल टैंकर और दो पहिया वाहन भी मिले हैं।



उन्होंने बताया कि ईओडब्ल्यू आगे कार्यवाई में कोदू प्रसाद तिवारी और उनके परिजनों के बैंक खाते की भी जांच करेगी। अभी तक कि कार्रवाई में ईओडब्ल्यू ने कोदू प्रसाद के पेट्रोल पंप सील कर दिए है, इसके अलावा सोने की सिल्लियां सहित जेवरात भी बरामद किए हैं।


कहा जा सकता है कि मध्यप्रदेश में ईओडब्ल्यू की यह एक बड़ी कार्यवाई है। इस कार्रवाई के बाद से अन्य विभागों में हड़कंप मच गया है। फिलहाल अब देखना होगा कि आगे की कार्यवाई में ईओडब्ल्यू के हाथ क्या लगता है।