मप्र-ग्वालियर/ ज्योतिरादित्य समर्थक पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल पर हमला; कहा- मेरी हत्या का प्रयास हुआ


हमले में मुन्नालाल गोयल के सिर में आई चोट 


ग्वालियर. ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल हमले में घायल हो गए। उनके सिर में गंभीर चोट आई है। घटना उस दौरान हुई जब मुन्नालाल गोयल एक बीए के छात्र की हत्या की खबर सुन सिरौल गांव गए थे। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद थाने जा रहे थे। गोयल ने कहा है कि ये हमला एक सोची समझी साजिश से हुआ है उनकी हत्या करने का प्रयास हुआ है। उनके सिर और चेहरे पर चोट आई हैं। हमले में उनकी कार भी क्षतिग्रस्त हुई है। 


मुन्नालाल गोयल ने कहा कि आज सुबह सिरौल थाना क्षेत्र में दलित युवक की हत्या होने की उन्हें सूचना मिली थी। वे पीड़ित परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करने पहुंचे थे। परिवार से मिलने के बाद जैसे ही वे थाने पहुंचे उनकी कार पर पथराव शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि वे कुछ समझ पाते इससे पहले ही भीड़ ने कार को घेर लिया और पीछे से उनके सिर पर कुछ मारा गया। अगर ड्राइवर तुरंत गाड़ी रिवर्स नही करता तो बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने कहा कि हमलावर उनकी हत्या करना चाहते थे। मुन्नालाल गोयल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की ये साजिश है। उन्हें उनके मतदाताओं से मिलने से रोका जा रहा है। लेकिन वे इस तरह की घटनाओं से डरने वाले नहीं हैं। और अपने मतदाताओं से मिलने जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान हमलावरों को सदबुद्धि दे कि भविष्य में इस तरह का कृत्य नहीं करें।


मुन्नालाल गोयल की क्षतिग्रस्त कार 


उपचुनाव की तैयारियों में जुटे हैं गोयल: मुन्नालाल गोयल के विधायकी से इस्तीफा देने के बाद ग्वालियर पूर्व की सीट भी रिक्त हो गई है और यहां पर भी उपचुनाव होने हैं।मुन्नालाल गोयल टिकिट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं और उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की तैयारियां भी शुरु कर दी हैं।


ग्वालियर पूर्व से विधायक थे: मुन्नालाल गोयल ग्वालियर पूर्व सीट से विधायक थे। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में गोयल ने कांग्रेस की टिकट पर ग्वालियर पूर्व से चुनाव लड़ा था..तब बीजेपी के उम्मीदवार सतीश सिकरवार से हुए मुकाबले में उन्होंने जीत दर्ज की थी और विधायक बने थे..चुनाव में मुन्नालाल गोयल ने बीजेपी के सतीश सिकरवार को 17 हजार 819 वोटों से शिकस्त दी थी और मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक बनकर पहुंचे थे।