घोटाला / पूर्व सैनिकों के सवा छह करोड़ रुपए अपने खातों में किए जमा; सैनिक कल्याण के पदाधिकारियों की अकाउंट शाखा से सांठगांठ

  • सीआईडी की एसआईटी करेगी मामले की जांच

  • सैनिक कल्याण के सहायक संचालक की नियुक्ति खत्म

    grih vibhag mp के लिए इमेज परिणामभोपाल. संचालनालय सैनिक कल्याण के पदाधिकारियों ने अकाउंट शाखा से सांठगांठ कर पूर्व सैनिकों के सवा छह करोड़ रुपए अपने खातों में ट्रांसफर कर लिए। यह घोटाला पिछले पांच साल में हुआ है। घोटाला उजागर होने के बाद गृह विभाग ने सहायक संचालक अश्वनी कुमार की संविदा नियुक्ति समाप्त कर दी है। इस घोटाले की जांच सीआईडी की एसआईटी से कराने के आदेश गुरुवार को डीजीपी को जारी किए गए हैं। 



    पदाधिकारियों ने मप्र भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के नाम से बैंक में बचत खाता खोला था। पदाधिकारियों ने भी इसी नाम से एक अन्य करंट अकाउंट खोल लिया था। भूतपूर्व सैनिकों की पीएफ एवं अन्य राशि पदाधिकारियों द्वारा बचत खाते से करंट अकाउंट में ट्रांसफर की जाती थी। इसके बाद अकाउंट शाखा का काम देखने वाला रिटायर हवलदार नीरज चतुर्वेदी रकम अपने एवं अन्य पदाधिकारियों के खातों में ट्रांसफर करता था।


    नीरज के खाते में ही तीन करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर हुई है। उस वक्त अश्वनी कुमार अकाउंट सेक्शन के सुपरवाइजर भी थे। इस घोटाले में पूर्व डायरेक्टर और दो ज्वाइंट डायरेक्टर जांच के दायरे में हैं। संचालक राम भौसले के मुताबिक एक रिटायर अधिकारी द्वारा इसकी शिकायत की गई थी, जिसकी दो बार हुई जांच में पदाधिकारियों को क्लीनचिट मिल चुकी थी। बाद में गृह विभाग ने जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की थी।