शासन कि योजनाओं के क्रियान्वयन और लक्ष्यों की पूर्ति के लिए नियमित और प्रतिदिन प्रगति के लिए कार्य किए जाएंगे तो लक्ष्यों कि पूर्ति के लिए अलग से अभियान चलाने की आवश्यकता नही पडे़गी। यह निर्देशर आज बुधवार को प्रमुख सचिव महिला बाल विकास एवं गुना जिला प्रभारी सचिव श्री अनुपम राजन ने विभिन्न विभागों की आयोजित समीक्षा बैठक में महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान दिए। इस मौके पर आयुक्त ग्वालियर संभाग ग्वालियर श्री एम.बी. ओझा, कलेक्टर श्री भास्कर लाक्षाकार, अपर कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़, संयुक्तायुक्त ग्वालियर संभाग श्री आर.पी. शर्मा सहित जिले के समस्त विभागों के कार्यालय प्रमुख मौजूद थे।
उन्होंने निर्देशित किया कि लाड़ली लक्ष्मी योजनांतर्गत संबंधित हितग्राहियों के आवेदनों की स्वीकृति अथवा अस्वीकृति कि सूचना परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारियों द्वारा संबंधित हितग्राहियों को अवश्य दी जाएं। इसके लिए वे समय-सीमा का ध्यान रखें। उन्होंने राघौगढ परियोजना द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजनांतर्गत अपेक्षाकृत कम प्रगति पर और मेहनत करने के निर्देश दिए। उन्होंने समीक्षा के दौरान विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ शासन कि मंशानुरूप पहुंचाने एवं समय-सीमा में लक्ष्यों कि पूर्ति करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग कि समीक्षा के दौरान उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि टीकाकरण से संबंधित कोई हितग्राही छूटे नहीं। इस हेतु विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार का महत्वपूर्णं कार्यक्रम है। यह गर्भवति माताओं और बच्चों को विभिन्न रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। इस अवसर पर उन्होंने सीमित परिवार हेतु उपलब्ध दवाओं और साधनों के उपयोग की जानकारी ए.एन.एम. स्तर तक पहुंचाने और उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
बैठक में उन्होंने स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद, शिक्षक विहीन शालाएं तथा शैक्षणिक व्यवस्था के लिए किए प्रबंध, ग्रामीण विकास विभाग के निर्माण कार्यो की प्रगति एवं अप्रारंभ कार्यो की स्थिति, प्रधानमंत्री आवास, मनरेगा में मानव दिवसीय रोजगार कि उपलब्धता, स्व्च्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालय निर्माण तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत उचित मूल्य दुकानों का संचालन तथा एक पंचायत एक उचित मूल्य दुकान अंतर्गत नवीन उचित मूल्य दुकानों कि संख्या एवं पूर्ति आदि कि जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने भ्रमण में आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण भी शामिल करें। उन्होंने अतिकुपोषित एवं कम वजन के बच्चों के स्वास्थ्य लाभ एवं वजनवृद्धि के लिए देखभाल हेतु स्थानीय व्यक्तियों आदि का भी सहयोग लेने कि बात कही।