भोपाल/मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं काउंसिल की पहल समर केम्प अब केरवा जंगल में लगेगा

   मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं काउंसिल द्वारा समर केम्प 2020 का आयोजन अब केरवा जंगल में किया जायेगा। केम्प के माध्यम से स्कूली छात्र-छात्राओं और आदिम जाति के छात्रावासों के बच्चों को प्रशिक्षण सहित विभिन्न स्पर्धाएं कराई जायेंगी।  कलेक्टर श्री तरूण पिथोड़े ने होटल पलाश में मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं काउंसिल की बैठक में निर्देश दिए कि बच्चों को इसमे शामिल किया जाएगा, स्कूल, कालेजों से संपर्क कर सभी को आमंत्रित किया जाए, पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संरक्षण करने के लिए यह महत्वपूर्ण होगा। बैठक में डीआईजी श्री इरशाद वली, वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी श्री रमेश प्रताप सिंह, नगर निगम कमिश्नर श्री विजय बी दत्ता, डीएफओ श्री हरीशचंद्र मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी, काउंसिल के सदस्यों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
    कलेक्टर श्री पिथोड़े ने कहा कि सभी स्कूलों में  वार्षिक परीक्षाओं के पश्चात मार्च अंत में समर केम्प का आयोजन किया जायेगा, जिससे अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि आदिम जाति और जिला शिक्षा अधिकारी इस संबंध में अपनी तैयारियां पूर्ण रखें। साथ ही बच्चों को चयनित कर केम्प में भाग दिलाना सुनिश्चित   करें। इस समर केम्प के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न कलाओं में निपूर्ण बनाने के अलावा जागरूक करना भी है।
    बैठक में कलेक्टर ने आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत होली पर्व पर नागरिकों को जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा कि होलिका दहन इस बार गौकाष्ठ से किया जाये जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके। पर्यावरण को बचाने के लिए कईं सामाजिक संस्थाएं भी इस ओर अपने कार्य कर रहीं हैं। होली पर पानी का दुरूपयोग रोकें और होली पर हानिकारक रंगों से बचकर टेसू के फूलो से होली खेलें इससे कैंसर, त्वचा रोग और आंखों के रोगों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि रैली, नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी आम जनों को जागरूक किया जाये।
    कलेक्टर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज जरूरी है, इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए हमें एकरूपता से कार्य करना है। साथ ही जागरूक बनने की दिशा में अग्रसर होना है। स्कूली विद्यार्थी इस और विशेष पहल कर शहर के नागरिकों को जागरूक करने में अपनी भूमिका निभायें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी समाज की दिशा बदल सकता है और पर्यावरण को भी बचा सकता है, हमें जागरूक होना है और आमजनों को भी जागरूक करना है। कलेक्टर ने सभी शहरवासियों से होलिका दहन में गौकाष्ठ का उपयोग करने की अपील की।