भोपाल / प्रदेश सरकार कृषि आधारित अर्थव्यवस्था प्रदेश को बनायेंगी मजबूत कृषि क्षेत्र को और अधिक विस्तारीकरण किया जायेगा

कृषि’’ प्रदेश की अर्थव्यवस्था है के लिए इमेज नतीजे“कृषि’’ प्रदेश की अर्थव्यवस्था है जो प्रदेश को निरंतर उन्नति के शिखर पर ले जा रही है यानि कृषि प्रदेश की मजबूत अर्थव्यवस्था को गति दे रहीं है। अर्थव्यवस्था की आज 84 प्रतिशत हिस्सेदारी प्रदेश की कृषि क्षेत्र पर निर्भर है। कृषि के और अधिक विस्तारीकरण के लिये सरकार द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही है। कृषि के बढ़ते घनत्व को देखते हुए किसानों को तकनीक के माध्यम से पठन-पाठन कराया जा रहा है, जिससे वे और अधिक उन्नत खेती कर सके।
    प्रदेश सरकार संपूर्ण प्रदेश में किसानों के संर्वागीण विकास, आय के स्त्रोतों को ओर अधिक बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। किसान प्रदेश का मेहनतकश व्यक्ति है, इसके लिए सरकार अपने वचन को भी निभा रही है। आज प्रदेश के लगभग 40 लाख किसानों को सरकार द्वारा “ जय किसान फसल ऋण मॉफी योजना’’ का लाभ दिया है। इससे उन किसानों को लाभ मिला है जो खेती पर निर्भर थे। आज प्रदेश के किसानों ने सरकार और मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ को धन्यवाद देते हुये प्रदेश के स्थिरता, संतुष्टिपूर्वक कार्य शैली को सराहा है। आज सरकार किसानों के हित में जहाँ कई योजनाएं चला कर लाभान्वित कर रही है वहीं दूसरी और प्रदेश का किसान अपने उत्पादन से सरकार की नीतियों को सफल बना रहा है।
    कृषि आधारित वर्ग प्रदेश में स्थायी जरूरतों और शासन-प्रशासन द्वारा उपलब्ध संसाधनों के उपयोग से कृषि की गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त साधनों से कृषि के बेहतर आयाम स्थापित कर रहे हैं। साथ ही प्रदेश में किसान रोजगार के स्थायी साधन को सशक्त बना रहे हैं। केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं से प्रदेश का किसान सकल घरेलू लाभ अर्जित तो कर रहा है, साथ ही दैनिक जरूरतों का भी लाभ प्राप्त कर रहा है। प्रदेश सरकार जहाँ किसानों के हित में कई नवाचार और लाभ की जरूरतों को ध्यान में रखकर बेहतरी के कार्य कर रहा है, वहाँ किसान भाईयों और कृषि आधारित उद्योग-धंधों से जुड़े लोगों के लिये रोजगार के संसाधन में स्थापित कर रहा है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से किसानों के कल को और अधिक बेहतर बनाने के प्रयास किये जा रहें है। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने शासन-प्रशासन और विभाग किसानों को बेहतर संसाधन सहित कई योजनाओं से लाभान्वित कर रहे हैं, भविष्य में किसान को और अधिक सशक्त बनायेंगे।