नव-दंपत्ति देश की संस्कृति, परम्परा व आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लें - मुख्यमंत्री श्री नाथ छिन्दवाड़ा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह एवं दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना, अंतर्गत के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 3 हजार 353 जोड़ों का विवाह संपन्न, सामूहिक विवाह सम्मेलन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल


     "विविधता में एकता की भावना समाहित करने वाले इस देश में विभिन्न धर्म, जाति, संप्रदाय के लोग आपसी भाई-चारे के साथ रहते है। यह देश की सबसे बड़ी शक्ति है। यही हमारी अमूल्य धरोहर है। इसी परम्परा का निर्वहन करते हुए विभिन्न धर्म, जाति के लोग आज इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हो रहे हैं।" ये विचार प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज पुलिस ग्राउंड छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह एवं दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में आकर मैं बेहद खुश हूं। उन्होंने 3 हजार 353 जोड़ों को नये जीवन की शुरूआत के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस यात्रा में नव-दंपत्ति यह संकल्प लें कि वे सच्चाई का साथ देंगे, समाज के मूल्यों को बनाये रखेंगे और देश की संस्कृति, परम्परा व आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे।
      मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि इस सम्मेलन में हिंदू, मुस्लिम, बौध्द परम्पराओं- रस्मों के अनुसार विवाह कार्यक्रम किये जा रहे हैं। उन्होंने 4 दशक पहले शुरू हुई उनकी यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि छिंदवाड़ा को किस तरह आने वाली पीढ़ी के लिए विकसित किया जाये, यह उनका स्वप्न था। वर्तमान युवा पीढ़ी इंटरनेट से जुड़ी है। ज्ञान ही सबसे बड़ी शक्ति है जिसका उपयोग कर जीवन को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 40 साल पहले के छिंदवाड़ा का परिदृश्य वर्तमान छिंदवाड़ा से काफी भिन्न था। तत्कालीन समय में छिंदवाड़ा में पेयजल, सड़क, विद्युत आपूर्ति आदि की समस्याएं थी। वर्तमान समय में जिले के युवाओं को किस प्रकार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाये, आम जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता और शिक्षा के क्षेत्र का विकास मुख्य चुनौती है। इस चुनौती से निपटने के लिए युवा वर्ग को आगे आना होगा, तभी बेहतर एवं विकसित छिंदवाड़ा के माध्यम से प्रदेश एवं राष्ट्र निर्माण संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जिले के लोगों ने हमेशा सच्चाई का साथ दिया है। आपके स्नेह, विश्वास और शक्ति से ही छिंदवाड़ा की नई पहचान बनती रहेगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014  में जिले में मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति हुई थी और उनके द्वारा तत्कालीन समय में माचागोरा बांध के माध्यम से किसानों के लिए सिंचाई सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया था। वर्तमान में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जा रहा है। अब लोगों को अपने इलाज के लिए नागपुर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्कि अब स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मरीज नागपुर से छिंदवाड़ा की तरफ रूख करेंगे। कृषि विश्वविद्यालय, प्रशिक्षण केन्द्र, छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी शुरू हो चुकी है। जिले में रेलवे सुविधाएं, स्किल सेंटर विकास का प्रतीक है। यह सभी जिले के विकास का नया इतिहास बनाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र को मजबूती प्रदान कर नई क्रांति लाई जाएगी। आपके इस विश्वास पर खरे उतरेंगे और वचनपत्र के अनुसार सारे वचन निभाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना, इंदिरा गृह ज्योति योजना का भी विशेष उल्लेख किया।
      सांसद श्री नकुलनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि सरकार ने अपने वचन को बखूबी निभाया है। पेंशन सहायता, कन्यादान विवाह की राशि को दोगुनी की गई है। दिव्यांग जोड़ों को एक लाख रूपये, दोनों दिव्यांग जोड़ों को दो लाख रूपये एवं सामान्य जोड़ों को 51 हजार रूपये की राशि प्रदान की जा रही है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल हो चुके इस सम्मेलन को मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रयासों से ही सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है। उन्होंने इसके लिये जिला प्रशासन और नगर निगम को भी बधाई दी।
      प्रदेश के सामाजिक न्याय, नि:शक्तजन और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने कहा कि सरकार बनते हुये मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने किसान फसल ऋण माफी की फाईल पर हस्ताक्षर किये और उसके बाद कन्यादान विवाह की राशि दुगुनी की। कन्यादान विवाह की राशि पारदर्शिता के साथ वधुओं के खाते में पहुंचाई जा रही है। विगत एक वर्ष में प्रदेश विकास के मॉडल के रूप में उभरकर सामने आया है। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने अपने संबोधन में कहा कि आज इस ऐतिहासिक दिन में सबसे बड़ा पुण्य का कार्य प्रदेश सरकार के मुखिया के नेतृत्व में संपन्न हो रहा है। वर्तमान सरकार में कृषकों के हितों, स्वास्थ्य सुविधाओं, युवाओं को रोजगार आदि को ध्यान में रखा जा रहा है। विद्यालयीन छात्र-छात्राओं को एक साल के इस कार्यकाल में अनेक सौगातें प्रदान की गई है। विकास को लेकर छिन्दवाड़ा अब प्रदेश की दूसरी राजधानी बनने जा रहा है। कार्यक्रम की शुरूआत में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह नागेश द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया।
सामूहिक विवाह सम्मेलन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल- मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के मुख्य आतिथ्य में पुलिस ग्राउंड में आयोजित इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में 3 हजार 353 जोड़ो का विवाह संपन्न हुआ जिसमें 114 दिव्यांग जोड़े भी शामिल थे। मुख्यमंत्री श्री नाथ को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड साउथ एशिया के हेड श्री आलोक कुमार ने छिन्दवाड़ा के सामूहिक विवाह सम्मेलन के गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया। श्री आलोक कुमार ने बताया कि इसके पूर्व सिंगरोली जिले में 2 हजार 290 जोड़ो का विवाह संपन्न हुआ था। छिन्दवाड़ा में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन इस रिकॉर्ड को ध्वस्त किया है।
      कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री नाथ और अन्य अतिथियों द्वारा दिव्यांग युवक-युवती परिचय पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस पुस्तिका में 600 जोड़ो की जानकारी संकलित है। कार्यक्रम में पुरोहितों द्वारा मंत्रोच्चारण कर विवाह की रस्म पूरी की गई। मुख्यमंत्री श्री नाथ वर-वधुओं के बीच पहुंचकर व उन पर पुष्पवर्षा कर उन्हें नये जीवन की बधाई और शुभकामनायें दी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, राज्य कृषि सलाहकार परिषद के सदस्य श्री विश्वनाथ ओकटे, विधायकगण सर्वश्री सुजीत चौधरी, निलेश उइके, सुनील उइके, कमलेश शाह व विजय चौरे, अन्य जनप्रतिधिगण, मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी.श्री संजय श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के उप सचिव श्री अनुराग सक्सेना, संभागीय आयुक्त श्री रविन्द्र कुमार मिश्रा, डी.आई.जी.श्री मिथिलेश शुक्ला, कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री विवेक अग्रवाल, अतिरिक्त कलेक्टर श्री राजेश शाही, नगर निगम आयुक्त श्री इच्छित गढ़पाले और राजस्व अनुविभागीय अधिकारी श्री अतुल सिंह सहित वर-वधु व उनके परिजन, पत्रकार एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।