रीवा / कलेक्टर ने दो पटवारियों को निलंबित करने तथा दो कम्प्यूटर ऑपरेटरों को हटाने के दिये निर्देश

कलेक्टर ने पटेहरा, देवरा तथा बन्ना में देखा गेहूँ खरीदी के लिए पंजीयन


collector basant kurre के लिए इमेज नतीजे कलेक्टर बसंत कुर्रे ने जिले के हनुमना क्षेत्र का भ्रमण कर समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी के लिए किये जा रहे किसानों के पंजीयन का मौके पर जायजा लिया। कलेक्टर ने सहकारी समिति पटेहरा देवरा तथा सहकारी समिति बन्ना जवाहर सिंह का निरीक्षण किया। दोनों केन्द्रों में किसानों के पंजीयन में कई गंभीर कमियां पायी गयी। अधिकतर बड़े किसानों की कुल भूमि का गेहूँ खरीदी के लिए पंजीयन कर दिया गया है। जबकि वास्तविक रूप में उसे कम क्षेत्र में बोया गया है। पटवारियों द्वारा गिरदावरी ठीक न करने तथा गेहूँ के रकवें के सत्यापन में मनमानी सामने आयी। कलेक्टर ने इन अनियमिताओं को ध्यान रखते हुए पटवारी पटेहरा नवीन कुमार गुप्ता तथा पटवारी गिरीश गौतम को तत्काल निलंबित करने के निर्देश एसडीएम मऊगंज को दिये। कलेक्टर ने पंजीयन में मनमानी करने पर कम्प्यूटर आपरेटर पटेहरा आशीष पटेल तथा कम्प्यूटर आपरेटर अमित कुमार यादव को पद से पृथक करने एवं इनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने निर्देश दिये।
    समिति पटेहरा देवरा में किसान राजेश शर्मा द्वारा केवल 5 हेक्टेयर के लिए पंजीयन का आवेदन दिया गया। जबकि आपरेटर द्वारा 11 हेक्टेयर रकवें का पंजीयन किया गया। इसी तरह समिति बन्ना जवाहर सिंह ने ग्राम मुरेड़ा के किसान राजेश्वरी प्रसाद तिवारी के नाम 52 हेक्टेयर जमीन का पंजीयन गेहूँ खरीदी के लिए बिना आवेदन दिये किया गया। मौके पर इससे बहुत कम जमीन पर गेहूँ की बोनी पायी गयी। इसी केन्द्र में रामस्वरूप पटेल के नाम पर 27 हेक्टेयर रकवें का पंजीयन किया गया। किसान ने मौके पर बताया कि उसके द्वारा केवल 10 हेक्टेयर में बोनी की गयी है। आपरेटर ने इन दोनों किसानों के पंजीयन को अधिकारियों के पहुंचते ही निरस्त कर दिया। जबकि 2 घंटे पहले निकाली गयी ऑनलाइन सूची में दोनों किसानों का पंजीयन उपलब्ध था। इसे गंभीर अनियमितता मानते हुए कलेक्टर आपरेटर के विरूद्ध धोखाधड़ी प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिये।
    कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित एसडीएम खाद्य विभाग के अधिकारी तथा सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गेहूँ पंजीयन में लापरवाही सहन नही की जायेगी। किसानों के वास्तविक बोये गये रकवे का सत्यापन के अनुसार ही पंजीयन करायें। एसडीएम पूरे अनुभाग के सभी खरीदी केन्द्रों में नियमों को ताक पर रखकर किये गये पंजीयन में संशोधन करायें। नियम विरूद्ध पंजीयन करने वालों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। हर वास्तविक किसान का पंजीयन अनिवार्य रूप से करायें। निरीक्षण के समय एसडीएम मऊगंज श्रीमती माला त्रिपाठी, जिला आपूर्ति नियंत्रक आर.एस. ठाकुर तथा राजस्व एवं सहकारिता विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।