कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिले की 36 गौ-शालाओं के कार्यो की समीक्षा हेतु तीन पृष्ठीय प्रपत्र निर्धारित किया है इसके अलावा उन्होंने जिलाधिकारियों को प्रत्येक गौ-शाला के एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है जो गौ-शाला समिति के गठन से लेकर तमाम प्रबंधो की मानिटरिंग करेंगे। वही गौ-शाला की गठित समिति की प्रथम बैठक में शामिल होंगे।
कलेक्टर श्री सिंह ने प्रत्येक गौ-शाला समिति का मध्यप्रदेश शासन की गौ-पालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड से पंजीयन कराने के भी प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने गौ-शाला समिति की बैठक की कार्यवाही विवरण में तामम बिन्दुओं को अंकित करने के निर्देश दिए गए है। नोडल अधिकारियों द्वारा गौ-शालाओं का सत्यापन के उपरांत स्थानीय अनुविभागीय अधिकारी को वस्तुस्थिति से अवगत कराएंगे।
कलेक्टर श्री सिंह के द्वारा प्रत्येक टीएल बैठक में गौ -शाला संबंधी कार्यो की समीक्षा की जाती है। इसके लिए बकायदा उनके द्वारा 14 बिन्दुएं निर्धारित की गई है। तदानुसार गौ-शाला संचालन हेतु समिति के गठन की कार्यवाही विवरण, निर्धारित प्रपत्र क्रमशः 1,2,3 तथा समिति का बैंक, नाम, खाता नम्बर एव आईएफएससी कोड़, विद्युत स्थायी कनेक्शन की स्थिति, पेयजल के प्रबंध, वर्मीकम्पोस्ट एवं बायोगैस प्रारंभ होने की स्थिति, गौ-शाला निर्माण की भौतिक स्थिति एवं व्यय तथा मूल्यांकन, गौ-शाला तक पहुंच मार्ग की स्थिति , मृत पशुओ की समाधि हेतु कम्पोस्ट पिट का निर्माण की स्थिति, कम्पोस्ट पेज की लंबाई 18 मीटर तथा गहराई व चौड़ाई क्रमशः 12-12 मीटर तय की गई है। गोपालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड को भेजे जाने वाले प्रपत्र एक एवं दो, नाडेप निर्माण की स्थिति, गौ-शाला के पशुधन हेतु चारे की व्यवस्था, चारागाह विस्तार की स्थिति, वर्तमान में कितनी गौ-शाला रजिस्टर्ड की गई है तथा गौ-शाला के पशुओं में टेग की स्थिति इत्यादि शामिल है।
विदिशा / गौ-शालाओं की मानिटरिंग हेतु कलेक्टर द्वारा प्रपत्र निर्धारित