14 लाख के माल के साथ गिरफ्तार आरोपी बोले, चोरी का सोना रख ले लेते थे लोन
इंदौर. भंवरकुआ पुलिस ने नकबजन गैंग के चार बदमाशों को पकड़ा है। गैंग के बदमाश सूने मकानों में धावा बोलकर चोरियां करते थे और घरों से मिले सोने के जेवरों को मुत्थुट व आईआईएफएल बैंकों में गिरवी रखकर लोन ले लेते थे। पुलिस ने इन बैंकों की कई शाखाओं के मैनेजर्स को भी नोटिस भेजे हैं जो चोरों से चोरी का सोना लेकर उन्हें मात्र एक आईडी कार्ड और फार्म पर लोन भी स्वीकृत कर देते थे। यदि इनमें से किसी की भी मिलीभगत पाई जाएगी तो इन्हें भी पुलिस आरोपी बनाएगी।
एसपी महेशचंद जैन ने बताया कि पकड़े गए आरोपी नानक पिता दिलीप पटवा निवासी नायता मुंडला, नरेंद्र पिता सुंदरलाल निवासी सरदार कालोनी, आनंद पिता भुरु मांडवे निवासी समता नगर और पंकज पिता बद्रीलाल चौधरी निवासी कमला नगर उद्योग नगर पालदा को गिरफ्तार किया है। आरोपी कंबल व ताला चाबी बेचने के बहाने कालोनियों में घूमकर लोगों से सूने मकानों की रैकी कर उनके यहां वारदातें करते थे। गैंग ने भंवरकुआ इलाके में ही 15 चोरी की वारदातें की हैं। इसके अलावा भी अन्य चोरियां मिलाकर कुर 2 से ढाई किलो सोना चुरा कर ये मुत्थुट और आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनियों में जमा कर उनसे ले चुके हैं। लोन के रुपयों को मौज मस्ती में उड़ाकर डिफाल्टर घोषित हो जाते थे। इस गैंग का सरगना पंकज चौधरी और नानक सरदार के मुत्थट फाइनेंस व आईआईएफएल बैंक में खाते मिले हैं। इन बैंकों की एमवाएच शाखा में आरोपियों ने वर्ष 2012 में 35 बार, विजय नगर शाखा में 18 बार चोरी का गोल्ड रखकर लोन लिया है। वहीं पालदा की आईआईएफएल बैंक की शाखा से 5 बार लोन लिया है। इसके अलावा पूरे शहर की 16 मुत्थट बैंक की शाखाओं में भी इनके खाते हैं। बदमाश नानक ने 17 साल में 70 नकबजनी की वारदातें करना कबूला है।