भोपाल / नियमितीकरण को लेकर 84 दिन से आंदोलन कर रहे हैं अतिथि विद्वान, विरोध में महिला ने कराया मुंडन

भोपाल में महिला अतिथि विद्वान ने मुंडन कराया है। 84 दिन से चल रहा है उनका आंदोलन। के लिए इमेज नतीजेभोपाल. नियमितिकरण को 84 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रहे अतिथि विद्वानों में से एक महिला ने सोमवार को मुंडन कराया। करीब 10 दिन पहले भी एक महिला अतिथि विद्वान ने मुंडन कराया था। अतिथि विद्वानों का कहना है कि 8 मार्च यानि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिला अतिथि विद्वान सामूहिक रूप से मुंडन कराएंगी। धरना भोपाल के शाहजहांनी पार्क में चल रहा है। अतिथि विद्वान संघ के संयोजक डॉ. देवराज सिंह ने बताया कि 84 दिन बीतने के बाद भी मांग अधूरी है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भी महिला अतिथि विद्वान मुंडन कराकर विरोध दर्ज कराएंगी।



धरने को 84 दिन बीते, मांग अधूरी
नियमितीकरण की मांग को लेकर शाहजहांनी पार्क में अतिथि विद्वान 10 दिसंबर से धरना दे रहे हैं। सोमवार को 84 दिन पूरे हो चुके हैं। अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ. सुरजीत भदौरिया ने कहा कि वे 91 दिन पहले छिंदवाड़ा से पदयात्रा निकाल कर भोपाल पहुंचे थे। इसके बाद भी उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नियमितीकरण की मांग पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। 19 फरवरी को अतिथि विद्वान डॉ. शाहीन खान ने मुंडन कराया था। इसके बाद भी जिम्मेदार नहीं जागे। यही कारण है कि अब सोमवार को एक फिर शासकीय महाविद्यालय बड़नगर उज्जैन में महिला अतिथि विद्वान लाक्सारी दास ने मुंडन कराया। डॉ. भदौरिया ने कहा कि नियमितीकरण के बगैर हमारा आंदोलन खत्म नहीं होगा।


इधर, जीतू पटवारी ने किया बड़ा ऐलान
इधर, उच्च शिक्षामंत्री जीतू पटवारी ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही 1250 अतिथि विद्वानों की वैंकेंसी जारी करने जा रहे हैं। मैंने पहले भी कहा है और फिर से कह रहा हूं, किसी भी अतिथि विद्वान को बाहर नहीं किया जाएगा। मीडिया से बातचीत में पटवारी ने कहा कि अतिथि विद्वानों के 1250 पदों की वैंकेंसी जारी हो रही है। उन्होंने कहा कि एक-एक अतिथि विद्वान को काम पर रखा जाएगा। एक भी अतिथि विद्वान बाहर नहीं किया जाएगा। अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण के लिए कर्मचारी आयोग बनाएंगे।