चाइम्स एविएशन की लापरवाही से हुआ था ट्रेनी एयरक्राफ्ट क्रैश; फ्लाइंग के वक्त गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया, उड़ान पर रोक लगी

  • 3 जनवरी 2020 की रात सागर के ढाना में तय सीमा से अधिक ऊंचाई पर उड़ रहा था विमान

  • ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर और ट्रेनी की मौत के बाद पायलेट की समिति और कलेक्टर ने की थी जांच

    सागर के ढाना में चाइम्स एविएशन का प्लेन क्रैश, मुंबई के ट्रेनी पायलट और ट्रेनर की मौत के लिए इमेज नतीजेभोपाल. सागर जिले के ढाना स्थित चाइम्स एविएशन एकेडमी की ट्रेनिंग उड़ानों समेत अन्य गतिविधियों पर राज्य शासन ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इस बारे में सरकार के विमानन संचालनालय ने एक पत्र जारी किया है। इसमें संचालनालय ने मेसर्स चाइम्स एविएशन प्रा.लि. ढाना को ट्रेनिंग संबंधी गाइडलाइन का उल्लंघन करने दोषी पाया है।



    विमानन आयुक्त अनिरुद्ध मुकर्जी के अनुसार, चाइम्स ने प्लेन क्रैश वाली रात को ट्रेनिंग फ्लाइंग के मानकों का पालन नहीं किया। जैसे एविएशन को रात के समय उड़ान भरने के लिए 2500 एजीएल की ऊंचाई और एविएशन से 2 एनएम तक की दूरी रखना थी लेकिन ये विमान 4000 एजीएल से अधिक की ऊंचाई और 106 एनएम पर उड़ान भर रहा था।


    नोटिस दिया तो एएआईबी और एयर सेफ्टी का दिया हवाला



    • विमानन संचालनालय ने चाइम्स की गतिविधियों पर रोक लगाने से पहले, एविएशन के सीईओ को शो-काॅज नोटिस देकर जवाब मांगा था। तब चाइम्स मैनेजमेंट ने जवाब दिया कि इस क्रैश की जांच एयर क्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो और एयर सेफ्टी (डीजीसीए) के जांच दल द्वारा की जा रही है। डीजीसीए ने फ्लाइंग्स और ट्रेनिंग पर रोक नहीं लगाते हुए फ्लाइंग गतिविधियों को जारी रखा है।

    • इधर आयुक्त मुकर्जी का कहना है कि एविएशन मैनेजमेंट का जवाब संतोषजनक नही था। क्योंकि वहां पार्किंग, मेन्टेनेंस, पायलेट का प्रशिक्षण, प्लेनों का रख-रखाव, संचार के लिए जरूरी वीएचएफ उपकरण, विमान की सुरक्षा, पर्यावरण और आगजनी व उपचार आदि की जवाबदेही चाइम्स एविएशन मैनेजमेंट की है। इसलिए यहां की समस्त गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रोका जाता है।


    लापरवाही उजागर
    आयुक्त मुकर्जी के अनुसार एविएशन एकेडमी द्वारा बरती गई गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि संचालनालय स्तर पर गठित पायलेट की समिति एवं कलेक्टर सागर से प्राप्त जांच रिपोर्ट से भी हुई है। कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक की तरफ से इस मामले में जांच अपर कलेक्टर मूलचंद वर्मा और तत्कालीन एडिशनल राजेश व्यास ने की थी। 3 जनवरी को एविएशन के करीब एक ट्रेनी विमान क्रैश हो गया था। इसमें इंस्ट्रक्टर अशोक मकवाना, ट्रेनी पायलेट पीयूष चंदेल की मौत हो गई थी। उस समय ये दोनों सेसना कंपनी के ट्रेनी विमान में ढाना-महोबा की क्रास कंट्री उड़ान पर थे।


    इस कार्रवाई को लेकर मैं एक बार फिर से शासन के समक्ष अपना पक्ष रखूंगा। अगर एविएशन में नियमों का पालन नहीं हो रहा था तो डीजीसीए की जांच टीम हमारी गतिविधियों पर रोक लगा सकती थी। मुमकिन है कि नियमों की जानकारी को लेकर हुए कन्फ्यूजन के चलते यह स्थिति बनी है।
    वायएन शर्मा, सीईओ, चाईम्स एविएशन एकेडमी, ढाना