भोपाल. मध्य प्रदेश में जारी सियासी ड्रामे के बीच माना जा रहा था कि कमलनाथ सरकार ने डैमेज कंट्रोल कर लिया है, लेकिन गुरुवार को हालात फिर बदल गए। कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी भेजा है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार तक कुछ और विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इनमें विधायक ऐंदल सिंह कंसाना, रघुराज कंसाना, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव, बिसाहूलाल सिंह, गोपाल सिंह और विक्रम सिंह नातीराजा के नाम सियासी गलियारों में खासे चर्चा में हैं।
डंग इस समय बेंगलुरु के होटल पाम मेडोज में दो अन्य कांग्रेसी विधायक बिसाहूलाल सिंह और रघुराज कंसाना व निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा के साथ हैं। इनसे पार्टी नेताओं का संपर्क गुरुवार को भी नहीं हो सका। हालांकि हालात से निपटने के लिए कांग्रेस ने भी पलटवार की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों ने मोर्चा संभाला है।
खबर है कि भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी, शरद कौल के साथ दो अन्य विधायक भी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। त्रिपाठी और कौल ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनके बंगले पर मिलने गए। इनके बाद पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक संजय पाठक भी सीएम से मिलने बंगले पर पहुंचे। ऐसी अटकलें हैं कि शुक्रवार को भाजपा के कुछ विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा की ओर से हॉर्स ट्रेडिंग में अहम भूमिका निभा रहे संजय पाठक की दो दिन पहले ही आयरन ओर की 2 खदानें प्रशासन ने सील कर दी थीं।
दूसरी तरफ सीएम हाउस में देर रात तक मंत्रियों तरुण भनाेत, जीतू पटवारी, हुकुम सिंह कराड़ा आदि के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ रणनीति बनाते रहे। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट दिल्ली में हैं।
प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच जल्द ही कांग्रेस सरकार के बहुमत की परीक्षा भी हो सकती है। पहले विधानसभा और उसके बाद राज्यसभा चुनाव में उसे अपनी ताकत दिखाना पड़ेगी। विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है। इसमें बजट पेश किया जाएगा। पूरी संभावना है कि बजट के दौरान भाजपा वोटिंग की मांग करे। सत्र में भाजपा अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकती है। इसमें भी सरकार की परीक्षा होगी। दोनों ही स्थिति में वोटिंग के दौरान अगर सरकार हार जाती है तो उसे इस्तीफा देना होगा। इसके बाद 26 मार्च को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होंगे। इसमें भी कांग्रेस सरकार की ताकत की परीक्षा हो सकती है।
कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग- मेरी गलती रही कि मैं कमलनाथ, दिग्विजय या सिंधिया गुट का नहीं रहा, केवल कांग्रेस का रहा। इसलिए मुझे इतना संघर्ष करना पड़ रहा है। मैंने तीनों नेताओं से अपनी बात कही, लेकिन दुख की बात है कि किसी ने भी मेरी बात नहीं सुनी।
- विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने माना कि डंग के इस्तीफे की जानकारी मिली है, लेकिन जब तक वे निर्धारित प्रपत्र में इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक कदम नहीं उठाऊंगा।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि इस्तीफे की खबर मिली है। जो उन्होंने पत्र लिखा है, वह नहीं मिला। जब तक उनसे इस संबंध में चर्चा नहीं हो जाती, तब तक कुछ नहीं कहूंगा।