निवाड़ी / बेतवा तट पर गूंजे शुभा मुदगल के स्वर आरती में आस्था और आराधना की अनुभूति

  आज ओरछा में नमस्ते ओरछा महोत्सव के दूसरे दिन की शाम कंचना घाट पर सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका सुश्री शुभा मुदगल ने अपने गायन से दीर्घ अभ्यास और शास्त्रीय गायन परंपरा की श्रेष्ठता का प्रमाण प्रस्तुत किया। बेतवा तट पर संगीत की स्वर लहरियां गूंजती रहीं।
    



  वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने महोत्सव में सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ करते हुये कहा कि ओरछा स्वच्छ और सुंदर बन रहा है। इसके लिये राज्य शासन, स्थानीय नागरिक बधाई के पात्र हैं। श्री राठौर ने ओरछा और मध्यप्रदेश में पर्यटन संभावनाओं को बढ़ाने के प्रयासों में जनसहयोग जरूरी बताया।
      सांस्कृतिक संध्या की दूसरी प्रस्तुति प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना अदिति मंगलदास ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया। उनकी नृत्य कला में नृत्य गुरू बिरजू महाराज से सीखे हुनर की झलक भी दिखाई दी। नृत्य समूह के सभी कलाकारों ने प्रभावी ढंग से लय और ताल के साथ सामन्जस्य करते हुये इस प्रस्तुति से दर्षकों को अभिभूत कर दिया।
      तृतीय प्रस्तुति श्री संतोष नायक ने साथी कलाकारों के साथ आरती प्रस्तुत कर बेतवा नदी के प्रति नागरिकों के आदर-भाव को अभिव्यक्ति दी। इस संगीतमय प्रस्तुति में आस्था और आराधना की अनुभूति शामिल थी।
      प्रारंभ में कार्यक्रम संचालन करते हुये अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ओरछा के इतिहास, बेतवा तट पर आरती के महत्व और कंचन घाट पर आज की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के कलाकारों का परिचय दिया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री सुधिरंजन मोहंती, अनेक जनप्रतिनिधि और ओरछा, निवाड़ी, टीकमगढ़, झांसी के नागरिकों के सहित अनके पर्यटक भी मौजूद थे।