निवाड़ी / ओरछा के आसपास औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की पुरजोर कोशिश की जायेगी: वाणिज्यिक कर मंत्री श्री राठौर

नवकरणीय उर्जा के क्षेत्र में नई नीति शीघ्र ही आयेगी: मुख्य सचिव श्री मोहन्ती



  वणिज्यिक कर मंत्री श्री राठौर ने कहा कि नमस्ते ओरछा महोत्सव न सिर्फ रामराजा की नगरी ओरछा के महत्व में वृद्धि करेगा बल्कि निकटवर्ती पर्यटन और आस्था के अन्य केन्द्र भी पर्यटन नक्षे पर उभर कर आयेंगे। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के इच्छुक उद्योगपति यदि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की इस पहल पर समर्थन देते हुये भरोसा करते हैं तो यह मध्यप्रदेश पर भरोसा करने योग्य बात होगी।
      मंत्री श्री राठौर आज ओरछा में नमस्ते ओरछा महोत्सव के दूसरे दिन बिजनेस कान्कलैव के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। मंत्री श्री राठौर ने कहा कि ओरछा के नजदीक गढ़कुण्डार, बल्देवगढ़ का किला, मढ़खेरा सूर्य मंदिर आदि स्थानों में पर्यटन की व्यापक संभावनों को साकार करने के लिये इस महोत्सव एक महत्वपूर्ण माध्यम मानना चाहिये।
    श्री राठौर ने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिये भी यह क्षेत्र बहुत अनूकूल है। करीब पांच सौ तालाबों के होने से यहां जलक्रीड़ा स्पर्धायें संभव हैं। इसी तरह फिल्मों के निर्माण और विवाह आयोजन की दृष्टि से ओरछा में जो सुविधायें उपलब्ध हैं उसका लाभ लेने के लिये लोग आगे आयेंगे। मंत्री श्री राठौर ने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों जैसे चित्तौड़गढ़ और चंदेरी से टूरिस्ट सर्किल द्वारा ओरछा को जोड़ने की दिशा में प्रयास किये जायेंगे। यहां हवाई पट्टी की संभावनों को भी साकार किया जा सकता है।
      मुख्य सचिव श्री सुधि रंजन मोहंती ने कहा कि अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण अन्य राज्यों और देश की लगभग पचास प्रतिशत आबादी मध्यप्रदेश से जुड़ी हुई है। मध्यप्रदेश अनके क्षेत्रों में अग्रणी स्थिति में है। विशेष रूप से नवकरणीय उर्जा के क्षेत्र में काफी कार्य किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि आगामी दो सप्ताह में नवकरणीय उर्जा के संबंध में ‘‘न्यू विजन पॉलिसी’’ लाई जायेगी। उद्योगों की स्थापना के लिये स्वीकृतियॉं देने की समयबद्ध व्यवस्था की गई है। कृषि आधारित उद्योगों के विकास, खाद्य प्र-संस्करण इकाईयॉं लगाने, नये आवासीय क्षेत्र विकसित करने, फार्मास्युटिकल उद्योग, टेक्सटाइल सेक्टर और पर्यटन विकास के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। इन्दौर और भोपाल में मेट्रो रेल लाने, स्मार्ट नगरों के विकास, रेल सुविधाएं बढवाने, खनिज क्षेत्र में परियोजनाओं की शुरूआत और पीपीपी आधार पर निजी निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के तीन विश्व धरोहर स्थलों-सॉंची, खजुराहो, भीम बैठका के पश्चात शीघ्र ही ओरछा भी इस श्रेणी में शामिल हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। श्री मोहन्ती ने बिजनेस कान्क्लेव में आये उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश में निवेश के लिये भूमि आवंटन और अन्य सुविधाओं के साथ ही आदर्ष कानून व्यवस्था आदि का लाभ सहज उपलब्ध है और इसे निरंतर कायम रखने पर ध्यान दिया जा रहा है। बिजनेस कान्क्लेव के इस सत्र में उद्योगपति श्री मोहित जैन ने भी विचार व्यक्त किये।