ब्रेकिंग न्यूज से ब्रेक हो गया लॉकडाउन, ऐसा नजारा जैसे लूट मची हो...


अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी


न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर शहर सील होने की खबर फैलते ही बाजारों में ऐसी भीड़ उमड़ी कि लॉकडाउन ध्वस्त हो गया। एटीएम हो या फिर पेट्रोल पंप कतारें लग गईं। सोशल डिस्टेंसिंग फेल होने से कुछ जगहों पर हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठी तक फटकारनी पड़ी। इसके बाद भी लोगों में ज्यादा से ज्यादा खरीददारी करने की धुन सवार रही। बाद में सिर्फ 12 इलाके सील होने की बात आई तो राहत मिली।


दरअसल, कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 15 जिलों में कोविड-19 के हॉट स्पॉट्स को सील करने का फैसला किया था। बुधवार दोपहर एक चैनल पर मुख्य सचिव आर.के. तिवारी के हवाले से खबर चल गई कि बुधवार आधी रात से इन 15 शहरों को सील कर दिया जाएगा।


इसके बाद दूसरे चैनलों में भी ब्रेकिंग न्यूज फ्लैश करने की होड़ मच गई। चैनलों पर शहरों को सील किए जाने की खबर देखने के बाद लोग जरूरी सामान जुटाने के लिए घरों से बाहर निकल पड़े। राजधानी समेत कई शहरों में अफरा-तफरी मच गई। राशन, परचून और सब्जी की दुकानों, डेरी और दवा की दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी। जो भी  दुकान खुली दिखाई दी वहां भीड़ जमा हो गई। इसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं। तमाम लोग बिना मास्क के लिए दुकानों पर डटे नजर आए।



यह स्थिति केवल राजधानी ही नहीं बल्कि नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी समेत सभी उन 15 शहरों में रही जिनके हॉट स्पाट्स को सील करने का फैसला किया गया है। इस स्थिति ने सरकार की चिंता बढ़ा दी।


हालांकि इसके थोड़ी ही देर बाद अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी व डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने चैनलों के जरिये ही स्थिति साफ करने की कोशिश कि पूरे जिले को नहीं बल्कि केवल हॉट स्पाट्स को ही सील किया जाएगा लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।


देर शाम तक लोग दुकानों पर सामानों की खरीदारी व एटीएम से पैसा निकालने के लिए भागदौड़ करते दिखाई देते रहे। कई जगह तो पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए बल प्रयोग भी करना पड़ा।


ऐसा नजारा जैसे लूट मची हो...
शहर के ज्यादातर इलाकों का हाल एक जैसा था। सब्जी की पसंद ना-पसंद पीछे छूट गई। दुकान पर जो भी मिला उसे खरीदने लगे। डिमांड बढ़ते ही मुनाफाखोरी भी बढ़ने लगी। 20 से 25 रुपये किलो मिलने वाली सब्जियों के भाव महज कुछ मिनटों में ही 40 से 60 रुपये पहुंच गए।



लखनऊ के ही निशांतगंज में तो टमाटर 80 रुपये तो आलू 60 रुपये किलो तक पहुंच गया। कुछ घंटों में ही स्टॉक खत्म हो गया। उदयगंज में तो टमाटर, शिमला मिर्च और आलू ढूंढे नहीं मिला। निशांतगंज, नरही, गोमतीनगर और इंदिरानगर के इलाकों में भी ऐसा ही हाल रहे। बंथरा में लहसुन 100 से 120 रुपये, घुइयां 70 से 80 रुपये किलो, भिंडी 60 से 80 रुपये किलो तक बिका।



राशन और दवाओं की खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़
उदयगंज हनुमान मंदिर के पास दवाइयों की दुकान पर खासी भीड़ रही। बेकरी पर भी लोगों की हुजूम उमड़ पड़ा। बिस्किट, रस्क और नकीन की इतनी खरीदारी हुई कि देखते ही देखते सारा सामान बिक गया। राजाजीपुरम, गोमतीनगर के विनयखंड, विराटखंड, विवेकखंड, नवाबपुरवा और मिठाई वाला चौराहा पर दवाई और राशन की दुकानों पर भीड़ रही। चौक और डालीगंज क्षेत्र में तो मेले जैसा माहौल हो गया। सब्जी और राशन की दुकानों पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस को दुकानें बंद करानी पड़ीं।



एटीएम से लेकर पेट्रोल पंप तक पर कतार
एटीएम से रुपये निकालने के लिए कुछ जगह पर लाइन लगीं दिखीं। पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के लिए भी लोग बड़ी संख्या में पहुंच गए। कुछ जगहों पर पुलिस ने रस्सा बांधकर भीड़ को नियंत्रित किया। देर शाम तक सड़कों पर लोगों की भीड़ दिखाई दी।