इंदौर : PM मोदी की हिदायत के बावजूद COVID-19 की स्क्रीनिंग करने गए स्वास्थ्य योद्धाओं को दौड़ा-दौड़ा कर मारा


इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर में स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट और पथराव का मामला एक बार फिर सामने आया है. ताजा मामला टाटपट्टी बाखल इलाके का है. जहां स्वास्थ्य महकमे की टीम कोविड स्क्रीनिंग के लिये पहुंची थी. इसी बात पर स्थानीय लोग भड़क गये कथित तौर पर उन्होंने पुलिस के बैरिकेड को तोड़ा और स्वास्थ्यकर्मियों पर पथराव कर दिया, बाद में पुलिसवालों ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया.इससे पहले, सोमवार को रानीपुरा इलाके में कोविड की जांच में जुटी टीम ने आरोप लगाया था कि मोहल्ले के लोगों ने उनके साथ गाली-गलौच की उनपर थूका गया. 




मामला सामने आने के बाद ज़िले के कलेक्टर मनीष सिंह ने सख्त लहज़े में कहा, "डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ से कोई भी बदतमीजी करेगा तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. यह पूरी तरह स्पष्ट कर देना चाहता हूं. हमारी टीम-डॉक्टर, पुलिसकर्मी दिन रात मेहनत कर रहे हैं और शहर की जनता के स्वास्थ्य के लिए घूम रहे हैं. इनके साथ यदि कोई बदतमीजी होगी तुरंत FIR होगी, गिरफ्तारी होगी और जेल भी भेजा जाएगा.


इस मामले में एक शख्स की पहचान हो गई है. वह गैरेज वाला है. उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा, हमें यह देखना है कि कोई बाहर न जाए और यहां कोई अंदर ना आए. वहीं, इंदौर डीआईजी ने बताया कि शहर में अतिरिक्त फोर्स की भी बहाली की जा रही है. 


इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 75 हो गई है, बुधवार को 12 नए मरीज मिले हैं जिनमें से 8 गंभीर हैं. बुधवार देर रात जारी रिपोर्ट के अनुसार तंजीम नगर के तीन पुरुष पॉजिटिव पाए गए हैं. एक दिन पहले इसी इलाके से एक ही परिवार के 9 सदस्य कोरोना संक्रमित मिले थे. मध्यप्रदेश में जितने कोरोना संक्रमित हैं उनमें से 76 फीसद अकेले इंदौर में मिले हैं.


पीएम मोदी ने हाल ही में वाराणसी के लोगों के साथ संवाद करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बुरे बर्ताव पर कहा था, "संकट की इस घड़ी में अस्पतालों में सफेद कपड़ों में दिख रहे डॉक्टर-नर्स, ईश्वर का ही रूप हैं. खुद को खतरे में डालकर ये हमें बचा रहे हैं. इनके साथ बुरा बर्ताव होता दिखे तो आप वहां जाकर लोगों को समझाएं. डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ जिंदगी बचाते हैं और हम उनका ऋण कभी नहीं उतार सकते."