कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई देशों ने उठाए सख्त कदम, देखें पूरी लिस्ट

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दुनिया के एयरपोर्ट पूरी तरह से बंद


कोरोना को मात देने के लिए दुनिया के कई देशों की तरफ से सख्त से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। कई जगहों पर संपूर्ण लॉकडाउन की स्थिति है, एयरपोर्ट पूरी तरह से बंद हैं, यात्राएं संबंधी पाबंदियां और देश की सीमाओं की सील कर दिया गया है। 
कुछ देश ऐसे भी है जिन्होंने हाल ही में ये कदम उठाए हैं, कौन-से हैं वो देश आइए एक सूची से जानते हैं...


अल्बानिया
22 मार्च को अल्बानिया ने देश में आने और जाने वाली सभी कमर्शियल उड़ानों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया। केवल झंडा ले जाने वाली एयर अल्बालिया को तुर्की के इस्तांबुल जाने की अनुमति है और इसके अलावा लोकोपकारी उड़ानों का संचालन संभव है।


अल्जीरिया
यहां की सरकार ने 19 मार्च को हवाई और समुद्री यात्राओं पर पूरी तरह से रोक लगाने का फैसला लिया। अल्जीरिया के अधिकारी पहले ही मोरक्को, स्पेन, फ्रांस और चीन से आने और जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा चुके थे।


अंगोला
चीन, फ्रांस, ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया, पूर्तगाल और स्पेन से आने वाले सभी यात्रियों और एयरलाइन क्रू का अंगोला में प्रवेश पर रोक। इन सातों देशों से आए अंगोला के लोगों और क्रू के सदस्यों को क्वारंटीन में रखा गया है।


अंगूलिया
20 मार्च से सभी एयरपोर्ट को 14 दिन के लिए बंद कर दिया गया। अगर यात्री पिछले 14 दिनों में देश से बाहर गए हैं तो उनके आगमन पर यात्रियों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रखने का फैसला लिया गया है।


अंटीगुआ एंड बारबुडा
12 मार्च को अंटीगुआ बारबुडा की टूरिज्म वेबसाइट की ओर से जारी एडवाइजरी के मुताबिक पिछले 28 दिनों में जो विदेशी नागरिक ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, कनाडा, चीन, क्रोएशिया, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आइसलैंड, ईरान, आयरलैंड, इटली, दक्षिण कोरिया, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पूर्तगाल, रोमानिया, सिंगापुर, स्लोवाकिया, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम की यात्रा करके आए हैं उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 


अर्जेंटीना
15 मार्च को अर्जेंटीना ने एलान किया कि दो हफ्तों के लिए विदेशी यात्रियों के लिए सभी सीमाएं बंद कर दी जाएंगी। 16 मार्च से अमेरिका और यूरोप से आने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया। अर्जेंटीना ने इन कदमों को 12 अप्रैल तक बढ़ाने का एलान किया।


आर्मीनिया
चीन और ईरान से आने वाले यात्रियों की वीजा मुक्त प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला लिया। ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चीन, फ्रांस, जर्मनी, ईरान, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, नीदरलैंड, नॉर्वे, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड और यूनाइडेट किंगडम से आने वाले यात्रियों को आर्मीनिया में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 


ये नियम आर्मीनिया के नागरिकों, राजदूतों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधियों पर लागू नहीं होते हैं। अगर इन देशों में आर्मीनिया के नागरिक फंसे हुए हैं और आना चाहते हैं तो उन्हें 14 दिन क्वारंटीन में रखा जाएगा। 


अरूबा 
अरूबा में यात्रियों के प्रवेश पर रोक है इसमें अरूबा के नागरिक भी शामिल है। हालांकि ये नियम एयरलाइन क्रू के सदस्यों पर लागू नहीं होते हैं।


ऑस्ट्रेलिया
दूसरे देशों की तरह ऑस्ट्रेलिया में भी यात्रियों के प्रवेश पर रोक है लेकिन देश के नागरिक और उनके परिवार वाले और राजदूतों के आने पर रोक नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को देश के बाहर ट्रेवल करने की अनुमति नहीं है। जिन नागरिकों का जाना जरूरी है और जो अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों से जुड़े हैं केवल उन्हें हवाई या जल मार्ग से देश से बाहर जाने की इजाजत है। 


ऑस्ट्रिया
विदेशी यात्रियों के आने पर पूरी तरह रोक है। यूरोपियन यूनियन के नागरिकों को हवाई मार्ग से देश में प्रवेश की अनुमति है लेकिन इन नागरिकों से 14 दिन होम क्वारंटीन की अपील की गई है। कुछ छूटों के साथ हंगरी, चेक रिपब्लिक, इटली, जर्मनी और स्विटजरलैंड की सीमाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। 


अज़रबैजान
देश के नागरिकों और जिनके पास काम करने की अनुमति है उन्हें छो़ड़कर किसी भी विदेशी यात्री के अज़रबैजान में प्रवेश करने पर पाबंदी है। यात्रियों का पहला कोविड-19 का टेस्ट किया जाएगा और 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। ई-वीजा और वीजा की सुविधा फिलहाल रद्द कर दी है। 


बहामास
बहामास की सीमाओं को 15 अप्रैल तक बंद करने का फैसला लिया गया था। केवल जरूरी काम से देश आने वाले विदेशियों को प्रवेश की अनुमति दी गई है। 


बहरीन
बहरीन ने 18 मार्च से देश में आने वाली उड़ानों की संख्या घटा दी है और अगले आदेश तक इसी का पालन होगा। ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, कनाडा, चीन, क्रोएशिया, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आइसलैंड, ईरान, आयरलैंड, इटली, दक्षिण कोरिया, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पूर्तगाल, रोमानिया, सिंगापुर, स्लोवाकिया, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम से आने वाले यात्रियों पर रोक है। 


ये नियम एयरलाइन क्रू, सेना, बहरीन के नागरिक, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और यूएई के नागरिकों पर लागू नहीं होते हैं। बहरीन आने वाले सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा और क्वारंटीन में रखा जाएगा। 


हालांकि चार अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए बहरीन अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट दोबार खोल दिया गया है लेकिन देश में केवल नागरिकों और स्थायी निवासियों के आने की छूट है।


बांग्लादेश
कोरोना पर काबू पाने के लिए 13 अप्रैल को बांग्लादेश में जारी देशव्यापी अवकाश को बढ़ाकर 25 अप्रैल कर दिया गया। इससे पहले भूटान, मालद्वीप और श्रीलंका से आने वाली उड़ानों को सात अप्रैल तक स्थगित कर रखा था। 


इसके अलावा बहरीन, भारत, कुवैत, मलेशिया, ओमान, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, थाइलैंड, तुर्की और यूएई से आने वाली उड़ानों को 14 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया। 


बारबाडोस
इस देश में चीन, यूरोप, ईरान, दक्षिण कोरिया, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका से आने वाले यात्रियों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रखने का फैसला लिया।


बेल्जियम
यूरोपियन यूनियन के बाहर से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर रोक। इसके अलावा बेल्जियम में सीमाओं पर भी पाबंदी लगाई जा रही है। ये नियम ब्रिटिश पासपोर्ट और गिब्राल्टर से जारी ब्रिटिश ओवरसीज नागरिकों के सर्टिफिकेट पर लागू नहीं होते।


बोलीविया
17 मार्च से बोलीविया ने अपने सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानो को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा विदेशी नागरिकों के लिए सभी सीमाएं भी बंद हैं। यूरोप से आने वाली उड़ानों पर 15 अप्रैल तक रोक है। 


बरमूडा
20 मार्च से दो हफ्ते के लिए बरमूडा ने यात्री उड़ानों पर रोक लगा दी है।


ब्राजील
30 अप्रैल तक ब्राजील के स्थायी निवासियों और नागरिकों के अलावा किसी और यात्री के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक है।


कंबोडिया
30 मार्च से कंबोडिया ने सभी वीजा को रद्द कर दिया है। वहीं सभी यात्रियों के लिए कोरोना पॉजिटिव ना होने का मेडिकल सर्टिफिकेट साथ लाना जरूरी होगा और एक इंश्योरेंस पॉलिसी का भी सबूत लाना होगा जिसमें 50,000 डॉलर का मेडिकल कवरेज हो।


फ्रांस, इटली, स्पेन, अमेरिका, ईरान और जर्मनी से आने वाले यात्रियों पर रोक है और साथ ही 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रखना जरूरी किया गया है।


कनाडा
20 अप्रैल को कना़डा, अमेरिका और मैक्सिको ने गैर जरूरी यात्राओं पर लगाई सख्ती को अगले 30 दिन के लिए बढ़ाने का फैसला किया था। 16 मार्च को कनाडा ने एलान किया कि जिन लोगों के पास कैनेडियन नागरिकता नहीं है उन्हें देश में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 


18 मार्च को अमेरिका और कनाडा ने गैर जरूरी यात्राओं पर रोक लगाने के लिए अपनी सीमाओं को बंद करने का फैसला लिया।


चिली
चिली देश ने 18 मार्च से 10 अप्रैल तक के लिए विदेशियों के यात्रा पर रोक लगा दी है। इसके अलावा न्यूजीलैंड के नागरिकों को चिली में आने की इजाजत नहीं है। अगर नागरिकों में कोरोना का ज्यादा खतरा दिखाई देता है तो उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा।


चीन
26 मार्च को चीन ने एलान किया कि विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर अस्थाई रोक लगाई जाएगी। देश में केवल राजदूतों को जाने की अनुमति मिली। वहीं उड्डयन मंत्रालय ने भी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में यात्रियों की संख्या को कम करने का फैसला लिया था।


कोलंबिया
कोलंबिया ने एलान किया कि 16 मार्च से 30 मई तक सभी हवाई, जल और सड़क मार्गों की सीमाओं को बंद रखा जाएगा। इसके अलावा 25 मार्च से घरेलू उड़ानों पर रोक लगा दी थी। 


क्रोएशिया
18 अप्रैल तक गैर यूरोपियन यूनियन के सदस्यों को देश में प्रवेश करने पर पाबंदी है।


चेक रिपब्लिक
12 मार्च को चेक रिपब्लिक के राष्ट्रपति ने एलान किया कि जर्मनी और ऑस्ट्रिया से आने वाले यात्रियों पर पाबंदी लगाई जाएगी और जिन देशों में ज्यादा रिस्क है वहां के यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इन देशों में इटली, स्वीडन, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, डेनमार्क, स्विटजरलैंड, नॉर्वे, चीन, दक्षिण कोरिया और ईरान शामिल है।


डेनमार्क
13 मार्च को डेनमार्क ने एलान किया कि नागरिकों को छोड़कर सभी नागरिकों के लिए सीमाओं को बंद कर दिया जाएगा। देश के प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि सभी यात्रा, यात्री, छुट्टियां और विदेशी यात्री अगर प्रामाणिक कारण नहीं बताएंगे तो उन्हें डेनमार्क में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।


मिस्र
मिस्र में सभी उड़ानों पर रोक लगाई हुई है। केवल लोकोपकारी और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के लिए ही उड़ानों का प्रावधान किया गया है।


इथियोपिया
20 मार्च को इथियोपिया ने 30 देशों को जाने वाली उड़ानों पर रोक लगाने का फैसला लिया। 23 मार्च से आने वाले सभी यात्रियों को क्वारंटीन में रखने का फैसला लिया गया। 


फिनलैंड
फिनलैंड ने अपने नागरिकों और यूरोपियन यूनियन के सदस्यों के अलावा बाकी सभी यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। स्वास्थ्य कर्मचारी, राजदूत और ट्रांसपोर्ट कर्मचारियों को इन नियमों में छूट मिली हुई है।


फ्रांस
कोरोना को काबू पाने करने के लिए 13 अप्रैल को फ्रांस के राष्ट्रपति एमयूनैल मेक्रों ने 11 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का एलान किया। फ्रांस में भी स्वास्थ्य कर्मचारियों और शोधकर्ताओं को सख्त ट्रेवल नियमों में छूट दी गई थी।


ग्रीस
ग्रीस ने इटली, यूनाइटेड किंगडम, तुर्की औऱ स्पेन से आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है। इसके अलावा तुर्की के सड़क मार्ग से आने और जाने रास्ते पर पूरी तरह से रोक लगी दी गई है।


हंगरी
नौ अप्रैल को हंगरी ने अनिश्चितकाल के लिए संपूर्ण लॉकडाउन का एलान कर दिया था। 16 मार्च को प्रधानमंत्री विक्टर ओरवन ने संसद में जानकारी दी कि हंगरी से सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी गई है।


भारत
3 मई तक भारत ने सभी घरेलू और अंतर्ऱाष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी लगाई हुई है। इसी के साथ पड़ोसी देश म्यांमार की सीमा को बंद कर दिया है। देश के सभी नागरिकों से गैर जरूरी हवाई यात्रा ना करने की अपील की थी। 17 मार्च को भारत ने फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से आने वाले यात्रियों के लिए वीजा को रद्द करने का एलान किया।


इटली 
इटली ने 10 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन का एलान कर दिया था। इटली ने एयरपोर्ट्स बंद कर दिए गए। व्यापारी, स्वास्थ्य कर्मचारी और इमरजेंसी में आने वाले लोगों को इटली में प्रवेश की सुविधा मिली लेकिन इन लोगों को पहले 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाता था।


जापान
जापान ने पहले चीन, इटली और ईरान से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगाया, इसके बाद तीन अप्रैल को जापान ने अमेरिका और यूके समेत 73 देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का एलान किया। जापान ने 90 फीसद अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी लेकिन घरेलू उड़ानें जारी रही।


कजाकिस्तान
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए कजाकिस्तान ने देश में लगी इमरजेंसी को अप्रैल के अंत तक बढ़ा दिया।


लीबिया
16 मार्च को लीबिया ने तीन हफ्तों के लिए लॉकडाउन का एलान किया। वहीं देश की सीमा भी बंद करने का फैसला किया।


मालद्वीप
चीन, इटली, बांग्लादेश, मलेशिया, ईरान और यूनाइटेड किंगडम से आने पर रोक लगाने का फैसला लिया। चीन, दक्षिण कोरिया और इटली जाने वाली सभी सीधी उड़ानों को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।


म्यांमार
13 अप्रैल तक सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी गई है और 30 अप्रैल तक यात्रियों को वीजा देने की इजाजत नहींं है।


नेपाल
14 मार्च से पहले जितने भी विदेशी यात्रियों ने नेपाल में प्रवेश किया उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रखा गया। 14 मार्च से 30 अप्रैल तक नेपाल ने वीजा की सुविधा को रद्द कर दिया है। 15 अप्रैल तक सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक है। 


ओमान
ओमान ने सभी देशों के लिए ई-वीजा की सुविधा को रद्द कर दिया है। 18 मार्च को गैर ओमानी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।


पाकिस्तान
21 अप्रैल तक पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों उड़ानों को स्थगित करने का फैसला लिया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि 15 दिनों तक देश की सीमाएं बंद रहेंगी और चार अप्रैल तक सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक रहेगी।


कतर
15 मार्च को कतर की सरकार ने घरेलू उड़ानों पर रोक लगाने का फैसला लिया। कतर के नागरिकों को देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी।


रूस
कोरोना वायरस के दवाब को कम करने के लिए रूस ने अपनी सारी सीमाएं बंद करने का एलान किया। 27 मार्च से सभी उड़ानों पर स्थगित कर दिया गया। 14 मार्च को रूस ने पौलेंड और नॉर्वे से सटी सटी सीमा को बंद करने का फैसला लिया था।


दक्षिण अफ्रीका
नौ अप्रैल को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने देशव्यापी लॉकडाउन को दो हफ्ते और बढ़ाने का एलान किया। 27 मार्च को यहां लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी। दक्षिण अफ्रीका ने गैर जरूरी हवाई यात्राओं को स्थगित करने का फैसला किया और 31 मई तक सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें बंद करने का एलान किया।


श्रीलंका
31 मई तक श्रीलंका ने सभी हवाई यात्राओं और जहाजों पर रोक लगाने का फैसला किया, बाद में ये आदेश बढ़कर सात अप्रैल तक हो गया। सरकार ने कहा जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती है तब तक यात्राओं पर प्रतिबंध लगा रहेगा।


थाइलैंड
थाइलैंड के नागरिकों, राजदूतों और जरूरी काम करने वाले लोगों के अलावा किसी और को देश में आने की अनुमति नहीं है। थाइलैंड में 18 अप्रैल तक सभी यात्री उड़ानों पर रोक लगाई हुई है।


यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका
20 अप्रैल को अमेरिका ने अगले 30 दिनों तक गैर जरूरी यात्रा पर रोक लगाने का एलान किया है। चीन, ईरान, ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक, बेल्जियम, फ्रांस, फिनलैंड, जर्मनी, ग्रीस समेत कई देशों पर यात्रा का प्रतिबंध लगाया हुआ है।


वियतनाम
कोरोना वायरस को काबू करने के लिए वियतनाम ने 21 मार्च को ही सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को बंद करने का फैसला ले लिया था। 22 मार्च से सभी विदेशी नागरिकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।


यमन
यमन ने 18 मार्च से सभी अंतर्गामी उड़ानों के संचालन पर रोक लगा दी थी। यमन में सिर्फ लोकोपकारी उड़ानों को ही उड़ने की अनुमति मिली हुई है।


जिम्बाब्वे
24 मार्च को जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति ने एलान किया कि लोगों की आवाजाही से बचने के लिए सारी सीमाओं को बंद कर दिया जाएगा केवल नागरिकों को वापस लाने के ही सीमाओं को खोला जाएगा।