भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी है। आईसीएमआर ने रैपिड एंटीबॉडी ब्लड टेस्ट के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। परिषद के अध्यक्ष डॉ. बलराम भार्गव ने सरकार को पत्र लिखकर राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों से यह जांच शीघ्र शुरू करने को कहा है।
इससे 15 से 30 मिनट में नतीजे आ जाते हैं। जिन क्षेत्रों में कोरोना मरीज या संदिग्ध बड़ी संख्या में मिल रहे हैं, वहां इन्फ्लुएंजा जैसे मामले स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में रहेंगे। अगर संक्रमण दर बढ़ती है तो इसकी जानकारी निगरानी अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को देनी होगी।
रक्त की एक बूंद के जरिए ये जांच संभव है। इससे पता किया जा सकेगा कि रोगी को संक्रमण है या नहीं। ये किट अभी आईसीएमआर द्वारा चिन्हित जांच केंद्रों पर ही मिलेगी। नामित स्वास्थ्यकर्मी ही इस किट से जांच कर सकेंगे।
- संक्रामक क्षेत्र, संदिग्धों की भीड़ और विस्थापन केंद्रों पर पहले रैपिड टेस्ट।
- इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण: कफ, सर्दी-जुकाम, हल्का बुखार, गले में संक्रमण।
- पॉजिटिव: संक्रमण की संभावना। डॉक्टरी जांच जरूरी है, इलाज के साथ आइसोलेशन।
- स्थिति खराब : लक्षण बढ़ गए, हालत खराब होने पर रोगी को तुंरत कोरोना इलाज के लिए अस्पताल भेजा जाए।