शिवराज सरकार में मंत्री बने तुलसी सिलावट, छात्र संघ अध्यक्ष से शुरू किया था राजनीतिक सफर

इंदौर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का मंगलवार को गठन हो गया। भाजपा खेमे से तीन और ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से दो मंत्रियों ने शपथ ली। भाजपा से वरिष्ठ विधायक नरोत्तम मिश्रा, मीना सिंह और कमल पटेल मंत्री बने, जबकि सिंधिया गुट से तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद की शपथ ली। इस छाेटे मंत्रिमंडल में मालवा से सांवेर के पूर्व विधायक तुलसी राम सिलावट काे भी जगह दी गई है। सिलावट ने दिसंबर 2018 में कमलनाथ सरकार में लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री का जिम्मा संभाला था।



 


किसान परिवार से आने वाले सिलावट का अब तक का सफर



  • ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे खास सिलावट कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। 

  •  5 नवंबर 1954 को मध्य प्रदेश के ग्राम पिवडाय इंदौर में स्व. ठाकुरदीन सिलावट के घर जन्मे सिलावट ने राजनीति शास्त्र से एमए किया है। 

  • छात्र जीवन से राजनीति में रुचि रखने वाले सिलावट शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय इंदौर में 1977 -79 तक छात्र संघ अध्यक्ष रहे।

  • इसके बाद वे देवी अहिल्या विश्वविद्यालय पहुंचे और यहां पर भी 1979 से 81 में छात्रसंघ अध्यक्ष रहे।

  • सिलावट ने पहली बार 1982 में इंदौर नगर निगम चुनाव में अपना भाग्य आजमाया और पार्षद बने। 

  • इसके बाद वे 1985 में विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए और संसदीय सचिव भी रहे। 

  • 1995 में उन्होंने नेहरू युवा केन्द्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली। 

  • 1998 से 2003 तक मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष भी रहे। 

  • इसके बाद उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी साैंपी गई।

  • दिसंबर 2007 के उप चुनाव के बाद, 2008 में तीसरी बार वे विधायक निर्वाचित हुए।

  • हालांकि 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्हें सांवेर से भाजपा प्रत्याशी राजेश सोनकर से हार का सामना करना पड़ा।

  • 2018 का विधानसभा चुनाव जीतकर सिलावट चौथी बार विधानसभा पहुंचे।

  • दिसंबर 2018 में मुख्यमंत्री कमल नाथ के मंत्रिमंडल में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री का जिम्मा संभाला।