डॉक्टर पीपी देवन
दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना की दवा और वैक्सीन को लेकर कई देशों में शोध हो रहे हैं। इस बीच पहले से उपलब्ध दवाओं का भी कोरोना के इलाज के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है। कुछ दवाओं के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक कमाल का असर केरल के डॉक्टर पीपी देवन ने भी दिखाया है। उन्होंने जिंक और गर्म पानी के जरिये कोरोना का इलाज किया है और इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। अबतक वे सात कोरोना मरीजों का इलाज कर चुके हैं और सभी ठीक हो चुके हैं। उनका कहना है कि शरीर में जिंक का लेवल ठीक रहे तो वायरस का संक्रमण असर नहीं कर पाएगा।
मैंगलुरू के एजे मेडिकल कॉलेज में हेड एंड नेक सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. देवन पिछले 30 साल से सर्दी-जुकाम और खांसी का इलाज करते रहे हैं। कोरोना के इलाज का उनका तरीका सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा। कारण कि कोरोना की अबतक कोई निश्चित दवा नहीं है और ऐसे में जिंक और गर्म पानी से कोरोना का इलाज बहुत आसान है। डॉ. देवन के मुताबिक, देशवासी अगर जिंक को अपने खाने में शामिल कर लें तो कोरोना वायरस या इस तरह के किसी अन्य फ्लू या संक्रमण से बचाव हो सकता है।
मालूम हो कि तमिलनाडु में राज्य सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों के लिए जिंक टैबलेट लेने का निर्देश दे चुकी है। डॉ देवन का कहना है कि अगर देशभर में सभी के लिए जिंक की टैबलेट जरूरी कर दी जाए और लोग हर दिन नियमित तौर पर इसका सेवन करें तो वायरस संक्रमण की रफ्तार को रोका जा सकता है। लॉकडाउन में ढील या राहत के बावजूद यह काम करेगा। वह बताते हैं कि खानपान में जिंक से भरपूर फूड आइटम को शामिल कर कोरोना से बचाव किया जा सकता है।
कैसे काम करता है जिंक
डॉ. देवन के मुताबिक, शरीर में वायरस घुसने के 48 घंटे के भीतर यह इलाज जरूरी है। मरीज अगर गले में जरा भी खराश महसूस करता है और थकान महसूस होती है तो गर्म पानी पीना शुरू कर दें, ताकी आपको पसीना आए और शरीर का तापमान एक से दो डिग्री बढ़ जाए। शरीर में जिंक का लेवल ठीक रखा जाए तो इम्यूनिटी मजबूत होगी और वायरस खत्म हो जाएगा। 'न्यूज कर्नाटका' के साथ बातचीत में डॉ. देवन ने बताया है कि हर दिन शरीर में 40 मिलीग्राम जिंक की जरूरत होती है। अक्सर बीमार होने वाले बच्चों ने जिंक को अपनी डाइट में शामिल किया तो वे बहुत कम बीमार रहने लगे।
डॉ. देवन के मुताबिक, पपीते और तरबूज के बीज का पाउडर बनाकर उसे चावल के साथ खाया जा सकता है। जिंक से भरपूर अखरोट, डार्क चॉकलेट, अनानास का भी सेवन किया जा सकता है। इसके साथ ही डॉक्टर से पूछकर जिंक और आयरन की गोली भी ली जा सकती है। आमतौर पर इसे हफ्ते में दो बार लेने की सलाह दी जाती है, जबकि कोरोना के समय हफ्ते, 10 दिन तक लिया जा सकता है। हालांकि अपने डॉक्टर से सलाह के बाद ही ऐसा कुछ करें।