लॉकडाउन में हाईटेक हुए शिवराज, 23 मार्च से अब तक 81 VC और 150 घंटे किया संवाद।


23 मार्च 2020 को मध्‍य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से लेकर अब तक शिवराज सिंह चौहान 81 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं. जबकि इस दौरान उन्होंने करीब 150 घंटे जनता और अधिकारियों से सीधे संवाद किया है।


भोपाल: कोरोना वायरस की महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन में एक तरफ जहां सब कुछ थम सा गया वहांं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान टेक्नोलॉजी के मामले में बहुत आगे निकल गए हैं. उन्‍होंने इस दौर में कोरोना वायरस को हराने के लिए तकनीक को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया और दिन-ब-दिन हाईटेक होते चले गए. नतीजा ये है कि 23 मार्च को मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से लेकर अब तक शिवराज सिंह चौहान 81 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं. जबकि इस दौरान उन्होंने करीब 150 घंटे जनता और अधिकारियों से सीधे संवाद किया है।

जरूरतमंदों की मदद के लिए तकनीक का प्रयोग: इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ लगातार कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठकें करने के साथ समाज के हर वर्ग के लोगों के साथ संवाद किया. इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने के लिए भी शिवराज सिंह चौहान ने टेक्नोलॉजी का ही सहारा लिया है. जरूरतमंदों के खातों में न केवल ऑनलाइन राशि ट्रांसफर की गई बल्कि सीएम ने इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही हितग्राहियों से बातचीत भी की।


शिवराज का सोशल मीडिया ऑडिट: लॉकडाउन में सीएम शिवराज ने सोशल मीडिया का भी जमकर इस्तेमाल किया. मुख्यमंत्री ने 23 मार्च से आज तक ट्विटर पर 58, तो फेसबुक पर 108 से ज्यादा वीडियो पोस्ट किए गए. इसके अलावा 22 लाइव इवेंट के जरिए जनता से सीधा संवाद किया. इस दौरान फेसबुक पर करीब 8 करोड़ रीच हुई तो रोजाना 13 लाख इंप्रेशन फेसबुक हैंडल पर मिले. वहीं, ट्विटर पर 23 लाख इंप्रेशन मिले।


CMO भी रहा एक्टिव: सीएमओ के फेसबुक अकाउंट पर 23 मार्च के बाद से अब तक कोरोना संकट की रोकथाम और बाकी व्यवस्थाओं को लेकर लिए गए अहम फैसलों व दिशा-निर्देशों की जानकारियों से संबंधित 125 से अधिक वीडियो पोस्ट की गईं, जिनकी अन्य पोस्ट के साथ मिलाकर रीच करीब 4 करोड़ 65 लाख है. साथ ही सीएमओ के ट्विटर अकाउंट पर इस दौरान इंप्रेशन करीब 14.2 मिलियन रहे।

NIC की टीम की अहम भूमिका: लॉकडाउन लगते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एनआईसी की टीम को एक्टिव रहने के निर्देश दे दिए थे, लिहाजा एनआईसी की टीम सक्रिय रूप से काम करने में लगी रही. एनआईसी के सीनियर टेक्नीकल डायरेक्टर मयंक नागर ने बताया कि एनआईसी द्वारा संभाग और जिलों के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ तुरंत संवाद सुनिश्चित कराया जा सके।