इंदौर / महिला मोर्चा नेत्री ने उज्जैन के मंडल उपाध्यक्ष को अपशब्द कहे, सोशल मीडिया का विवाद धमकी तक पहुंचा

  • फेसबुक पोस्ट को लेकर श्रेष्ठा जोशी का लखन चौहान से हुआ था विवाद

  • ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा में बवाल मचा, नेताओं ने चुप्पी साधी

     




  • मंडल उपाध्यक्ष लखन चौहान के लिए इमेज परिणामइंदौर. फेसबुक पोस्ट को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री श्रेष्ठा जोशी का उज्जैन भाजयुमो के मंडल उपाध्यक्ष लखन चौहान से विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि श्रेष्ठा ने मोबाइल पर लखन को अपशब्द तक कह डाले। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा में बवाल मच गया।


    इस पर भोपाल से जानकारी मांगी गई है, लेकिन नेताओं ने चुप्पी साध ली। विवाद की शुरुआत फेसबुक पर जातिगत विषय पर चल रही चर्चा के दौरान हुई। इसमें श्रेष्ठा ने कुछ लिखा तो लखन ने तीखी प्रतिक्रिया दी। 


    इसके बाद दो-तीन लोग और शामिल हो गए, लेकिन लखन और श्रेष्ठा एक-दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगे। बाद में श्रेष्ठा ने लखन को फोन कर बात की तो मामला और गंभीर हो गया। इनकी बातचीत के पांच ऑडियो वायरल हुए हैं, जिनमें श्रेष्ठा लखन को उन बातों को लेकर फटकार लगा रही हैं। कई बार इसमें अपशब्दों का भी प्रयोग हुआ। 


    कांग्रेस बोली, भाजपा के संस्कार सामने आ गए
    प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा- इंदौर में कांग्रेस कार्यालय पर मामूली विवाद पर बड़ी-बड़ी टिप्पणियां लिखने वाले भाजपा नेता एक बार इन नेताओं के फोन पर कहे हुए शब्दों को सुन लें तो शर्मसार हो जाएंगे कि किस तरह जिम्मेदार पद पर बैठीं महिला पदाधिकारी फोन पर गालियों की बौछार कर रही हैं। प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश सिंह यादव ने कहा सोशल मीडिया पर भाजपा नेता श्रेष्ठा जोशी के वायरल ऑडियो से भाजपा और आरएसएस के संस्कार सामने आ गए। 


    नगर अध्यक्ष बोले- मैंने ऑडियो नहीं सुना
    भाजपा नगर अध्यक्ष गोपी ने इस मामले में किसी भी तरह की जानकारी से होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ऐसा कोई ऑडियो उन्होंने नहीं सुना है। हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि जिस मुद्दे पर फेसबुक और फिर फोन पर विवाद हुआ, वह गंभीर है। पार्टी दोनों से जवाब तलब करेगी।  मामले में श्रेष्ठा और लखन से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनके मोबाइल बंद मिले। 


    ऑडियो वायरल; तेरे जैसे तो मेरी गाड़ी का गेट खोलते हैं
    श्रेष्ठा-
     तेरे पिता का नाम बता, कितने साल का है तू। 
    लखन: दीदी... ढंग से बात करो। 
    श्रेष्ठा: मुझे मत सीखा। माफी मांग अभी। तेरे जैसे छोरे मेरी गाड़ी का दरवाजा खोलते हैं। तेरे मोहल्ले में ही आकर जूते मारूंगी। 
    लखन: आपने मेरा बहुत मान-सम्मान खराब कर लिया। 
    श्रेष्ठा: पोस्ट पर कमेंट अच्छा नहीं लगा तो अलग से बोल देता। तू अब राजनीति कर लेगा क्या? 
    (ऑडियो में महेंद्र नामक नेता समझौता करवाने की कोशिश करते रहे, पर तू-तू, मैं-मैं और बढ़ती गई)