भिंड / डेयरी पर छापा: स्प्रिट, शैंपू, खतरनाक केमिकल से बनाया 5 हजार लीटर दूध बहाया

भिंड / डेयरी पर छापा: स्प्रिट, शैंपू, खतरनाक केमिकल से बनाया 5 हजार लीटर दूध बहाया के लिए इमेज नतीजेभिंड. फूप कस्बे में सुरपुरा रोड पर बुधवार को खंडहरनुमा मकान में चल रही एक डेयरी पर छापामार कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में नकली दूध पकड़ा गया। डेयरी संचालक के रामनगर स्थित गोदाम पर भी दबिश देकर केमिकल जब्त किए गए। पांच हजार लीटर नकली दूध को प्रशासन ने मौके पर ही नष्ट कराया। हालांकि डेयरी संचालक धीरेंद्र सिंह भदौरिया फरार हो गया।


माचिस की तीली के संपर्क में आते ही आग पकड़ने वाले 100 प्रतिशत शुद्ध स्प्रिट (एथेनॉल), शैंपू और हाड्राेजन जैसे खतरनाक केमिकल से डेयरी पर नकली दूध तैयार किया जा रहा था। जानकारी मिलने पर कलेक्टर छोटे सिंह, एएसपी संजीव कंचन भी पहुंच गए। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसे दूध के लगातार सेवन से आंतों की सूजन, किडनी और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के खतरे की आशंका रहती है। लहार एसडीएमओएन सिंह का कहना है कि डेयरी पर खतरनाक केमिकल से दूध बनाया जा रहा था। दोनों गोदामों को सील किया गया है। डेयरी संचालक के खिलाफ एफआईआर भी कराई जाएगी।


ये केमिकल भी बरामद हुए



  • 17 बोरी माल्टो डेक्सिन पाउडर बरामद हुआ

  • 19 कार्टन रिफाइंड ऑयल मिला

  • 300 ली. पॉम ऑयल

  • 09 केन हाइड्रोजन (20 ली. वाली)

  • 20 डिब्बे शैंपू के

  • 03 डिब्बे एथेनॉल (100% शुद्ध स्प्रिट)

    स्प्रिट देख बीएमओ भी हैरत में पड़े


    छापे के दौरान फूप बीएमओ डॉ. डीके शर्मा भी मौके पर पहुंचे। यहां एथेनॉल के डिब्बे देख वे हैरत में पड़ गए। वे बोले इतना प्योर स्प्रिट तो हमें भी नहीं मिलता है। इस स्प्रिट का उपयोग अस्पतालाें में घाव साफ करने और ऑपरेशन के औजार साफ करने में हाेता है। लेकिन वह भी इतना शुद्ध नहीं होता। गौरतलब है कि एथेनॉल या एल्कोहल का उपयोग शराब में किया जाता है। एसडीएम ओएन सिंह ने बताया कि कारखाने के पास इतनी तेज गंध आ रही थी कि खड़ा होना मुश्किल था। बावजूद किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई।




  • शरीर के लिए धीमा जहर, एथेनाॅल के सेवन से होती हैं गंभीर बीमारियां 
    एमडी डॉ. शैलेंद्र परिहार- एथेनॉल एक प्रकार का शुद्ध स्प्रिट है। इसका लगातार सेवन करने से आंत, लीवर, गुर्दे संबंधी बीमारियां होती हैं। यहां तक कि इससे कैंसर का भी खतरा रहता है। केमिकल से बना दूध शरीर के लिए धीमे जहर का कार्य करता है।'