भोपाल। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने एनपीआर के खिलाफ प्रदेश सरकार को दी गई चेतावनी के बाद गुरुवार से 'संविधान बचाएंगे हम कागज नहीं दिखाएंगे' अभियान की शुरुआत कर दी। अभियान के तहत आरिफ ने अपने विधानसभा क्षेत्र के जहांगीराबाद इलाके में 'नो एनआरसी, नो सीएए, नो एनपीआर' स्लोगन लिखे पंपलेट खुद दीवारों पर चिपकाए। कांग्रेस के इस अभियान का भाजपा ने विरोध किया है।
दरअसल प्रदेश सरकार ने प्रदेश में एनपीआर लागू करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। सोमवार को आरिफ मसूद ने कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री से नोटिफिकेशन को खारिज करने की मांग की थी। देर रात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी ही पार्टी के विधायक के विरोध के बाद प्रदेश में एनपीआर लागू नहीं करने का बयान दिया था।
सोमवार को ही आरिफ मसूद ने राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में सविधान बचाएंगे हम कागज नहीं दिखाएंगे अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान की शुरुआत उन्होंने गुरुवार से कर दी। उन्होंने जहांगीराबाद स्थित दलित बस्ती में जाकर 'नो एनआरसी, नो सीएए, नो एनपीआर' स्लोगन लिखे पंपलेट खुद दीवारों पर चिपकाए। मसूद ने कहा कि प्रदेश मे एक मुहिम चलाई जाएगी। लोगों से जनगणना के दौरान किसी भी तरह के कागज दिखाने मना किया जाएगा।
मसूद ने कहा कि प्रत्येक घर पर यह स्लोगन लिखवाने की जनता से अपील की जा रही है। इसको लेकर मोहल्लों में कमरा बैठक करके लोगों को जागरूक किया जाएगा। विधायक मसूद ने कहा कि यह काले कानून हैं जो देश की जनता के ऊपर थोपे जा रहे हैं, जबतक इन्हें वापस नहीं लिया जाएगा हमारा विरोध जारी रहेगा। उन्होने कहा कि हम बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।