मन में कोई काम करने की ललक हो और मेहनत व लगन से काम किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। यह साबित किया है जबलपुर के रमन तिवारी ने। रमन को सफलता दिलाने में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना उनकी मददगार बनी है।
कमानिया गेट सराफा जबलपुर निवासी रमन तिवारी चाहते थे कि उनका स्वयं का कोई उद्यम हो और उसमें वे अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकें। उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की जानकारी मिली। उन्होंने इस योजना में 40 लाख का सेंट्रल बैंक से लोन लिया, इसमें उन्हें 15 प्रतिशत की सब्सिडी मिली। लोन की राशि से रमन ने करमेता जबलपुर में जीन्स पेंट तैयार करने का काम शुरू किया। जींस बनाने के लिए अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली आदि से कपड़ा बुलवाया। पहले जींस की बिक्री जबलपुर में ही होती थी। अच्छी गुणवत्ता होने से अब जबलपुर में निर्मित इस जींस की सप्लाई सतना, रीवा, कटनी समेत अन्य जिलों में भी हो रही है। यहां इसकी अच्छी मांग है। जींस निर्माण के काम ने गति पकड़ ली है, इसमें रमन को अच्छा लाभ मिल रहा है। रमन तिवारी अपनी जींस निर्माण यूनिट में 12 से 15 लोगों को काम भी दे रहे हैं।
रमन तिवारी बताते हैं कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने उनके सपने को पूरा करने में मदद की है। मध्यप्रदेश सरकार की यह बहुत बढ़िया योजना है। लोगों को रोजगार दिलाने में यह योजना बेहद मददगार है। उन्होंने इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी प्रकट किया।
जबलपुर/जबलपुर में निर्मित जीन्स की मांग दूसरे जिलों में भी सफलता दिलाने में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना बनी मददगार