मध्य प्रदेश के सागर के गढ़ाकोटा में प्रवासी मजदूरों के लिए चल रहा भंडारा गोपाल भार्गव खुद श्रमिकों को खाना खिलाते हैं

बीजेपी नेता गोपाल भार्गव का दावा है कि अब तक पूर्वी भारत के छह राज्यों के तीन लाख मजदूरों को इस भंडारे में खाना खिलाया जा चुका है. यह भंडारा अभी भी चालू है



एमपी बीजेपी के दिग्गज नेता गोपाल भार्गव


भोपाल. कोरोना संकट और लॉकडाउन के निराशाजनक माहौल के बीच कुछ सुकून देने वाली तस्वीरें आई हैं. मध्य प्रदेश के सागर के गढ़ाकोटा में प्रवासी मजदूरों के लिए भंडारा चल रहा है. इसमें अपने घर लौट रहे श्रमिकों को खाना खिलाया जा रहा है. साथ ही यहां भजन और गीत-संगीत का भी आयोजन होता है. यह भंडारा एमपी बीजेपी के दिग्गज नेता गोपाल भार्गव द्वारा करवाया जा रहा है.


मजदूरों के घर लौटने की बेबसी और हताशा के बीच गोपाल भार्गव बीते लगभग 15 दिन से लगातार उम्मीद की किरण जगाए हुए हैं. अपने विधानसभा क्षेत्र गढ़ाकोटा में प्रवासी मजदूरों के लिए उन्होंने भंडारा खोला है. इसमें वो खुद श्रमिकों को खाना खिलाते हैं. खुद उनके साथ बैठकर भी खाते हैं. सैकड़ों किलोमीटर दूर से पैदल लौट रहे इन मजदूरों की हताशा को दूर करने के लिए गोपाल भार्गव कभी अपने मोबाइल पर पुराने फिल्मी गीत चलाते हैं तो कभी खुद उनके लिए गाना गुनगुनाने लगते हैं.


श्रमिकों के लिए आयोजित भंडारे का ये है मेन्यू


गोपाल भार्गव के इस भंडारे में गरम पूरी, तीन प्रकार की सब्जी, तली हुई मिर्च, आम का अचार, लौकी का हलवा परोसा जा रहा है. इसके अलावा बिस्कुट, अमूल का दूध, आइसक्रीम, फ्रूटी, ओआरएस घोल, छाछ-मट्ठा, अदरक-तुलसी की चाय, बच्चों के लिए कुरकुरे, चिप्स, नमकीन, टॉफी, तरबूज, खरबूज, अंगूर, केला और मिनरल वॉटर का भी इंतजाम है.


भंडारे में तीन लाख मजदूरों ने खाया खाना


लॉकडाउन के बाद जो मजदूर अपने घरों की ओर वापस लौट रहे हैं उनमें बुंदेलखंड के रहने वाले सैकड़ों की संख्या में श्रमिक शामिल हैं. गोपाल भार्गव इन्हीं प्रवासी श्रमिकों के लिए भंडारा चला रहे हैं. उनका दावा है कि अब तक पूर्वी भारत के छह राज्यों के तीन लाख मजदूरों को इस भंडारे में खाना खिलाया जा चुका है. यह भंडारा अभी भी चालू है.