Shani Jayanti 2020: शनि जयंती के दिन जरूर करें ये पांच काम, शनि की बरसेगी कृपा


शनि जयंती 2020 मूहूर्त
अमावस्या तिथि आरंभ - 21 मई 2020 रात्रि 9 बजकर 35 मिनट से
अमावस्या तिथि समाप्त - 22 मई 2020 रात्रि 11 बजकर 7 मिनट पर



Shani Jayanti 2020: शनि जयंती 22 मई को है। हिन्दू धर्म और ज्योतिष में शनि ग्रह का महत्वपूर्ण स्थान है। शनि देव सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार, शनि महाराज का जन्म ज्येष्ठ अमावस्या के दिन हुआ था। शनि जयंती के दिन शनि देव की विशेष पूजा की जाती है। शनि जयंती के दिन ये पांच काम जरूर करें।



शनि जयंती के दिन लोहे का त्रिशूल बनवाकर किसी शिव मंदिर में उसे अर्पित करें। ऐसा करने से आपके ऊपर लगा हुआ शनि दोष दूर हो जाएगा। 


शनि जयंती के दिन किसी काले रंग के पशुओं को चारा खिलाएं। ऐसा करने से आपकी सारी दुख-तकलीफें दूर हो जाएंगी।


शनि जयंती के दिन गेंहू में थोड़े काले चने भी मिलाकर पिसवाएं। ऐसा करने से आपका आर्थिक जीवन मजबूत होगा।


शनि जयंती को 10 बादाम लेकर हनुमान मंदिर में जाएं। 5 बादाम वहां रख दें और 5 बादाम घर लाकर किसी लाल वस्त्र में बांधकर धन स्थान पर रख दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी।


शनि जयंती को आक के पौधे पर 7 लोहे की कीलें चढ़ाएं। काले घोड़े की नाल या नाव की कील से बनी लोहे की अंगूठी मध्यमा उंगली में शनि जयंती को सूर्यस्त के समय पहनें। ऐसा करने से कुंडली में शनि ग्रह बलवान होगा।


शनि देव ने दिया था वचन
धार्मिक कथाओं के अनुसार रावण ने शनि देव को लंका में बंधी बनाकर रखा था। हनुमान जी ने शनि देव को रावण के बंधन से मुक्त करवाया था। शनि देव ने तब हनुमान जी को वचन दिया था कि मेरा अशुभ प्रभाव आपके भक्तों पर कभी भी नहीं पड़ेगा।



हर दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित होता है। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है, इस दिन शनि देव की पूजा की जाती है। शनिवार को शनि देव की पूजा करने से शनि दोषों से मुक्ति मिलती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शनि के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है।


मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित
मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। शनिवार को भी हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व होता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार एक वचन के कारण शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व होता है।


शनिवार को हनुमान जी की पूजा
शनि देव ने हनुमान जी से कहा, जो भी भक्त शनिवार को मेरी पूजा के साथ आपकी पूजा करेंगे उनकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी हो जाएंगी। धार्मिक कथाओं के अनुसार शनि देव के इस वचन के कारण ही शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व होता है।



शनिवार के दिन करें ये काम
हनुमान चालीसा का पाठ नियमित करना चाहिए। अगर संभव हो तो इस दिन एक से अधिक हनुमान चालीसा का पाठ करने का प्रयास करें। शनिवार के दिन सुंदरकांड के पाठ करने से भी विशेष लाभ होता है। हनुमान जी की पूजा करने से सभी दोषों से मुक्ति मिलती है और जीवन आनंद से भर जाता है।